कानपुर के माइन्डस्टोन इंटरनेशनल स्कूल में 15 दिवसीय समर कैंप का सफल समापन

कानपुर में माइन्डस्टोन स्कूल का 15 दिवसीय समर कैंप संपन्न, बच्चों को तकनीकी व रचनात्मक शिक्षा दी गई

कानपुर के माइन्डस्टोन इंटरनेशनल स्कूल में 15 दिवसीय समर कैंप का सफल समापन

कानपुर। पी रोड, गांधीनगर स्थित माइन्डस्टोन इंटरनेशनल स्कूल में चल रहे 15 दिवसीय समर कैंप का सोमवार को भव्य समापन हुआ। इस विशेष कैंप का उद्देश्य बच्चों के शैक्षणिक विकास के साथ-साथ उनके अंदर छुपी रचनात्मक प्रतिभा और आत्मविश्वास को निखारना रहा। समापन समारोह विद्यालय परिसर में बड़े उत्साह के साथ आयोजित किया गया।

समारोह में विद्यालय के संस्थापक एवं निदेशक सृजन मिश्रा ने समर कैंप में भाग लेने वाले सभी बच्चों को प्रमाण पत्र प्रदान कर उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज के बदलते दौर में केवल किताबी ज्ञान ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि बच्चों को तकनीकी, रचनात्मक और भावनात्मक रूप से भी सशक्त बनाने की आवश्यकता है। मिश्रा ने कहा, "देश जिस गति से आगे बढ़ रहा है, हमें भी उसी गति से प्रगति करनी होगी। तभी बच्चे जीवन में सच्ची सफलता प्राप्त कर सकेंगे।"

समर कैंप के दौरान बच्चों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, यूट्यूब क्रिएशन, डांस, आर्ट एंड क्राफ्ट जैसी गतिविधियों में प्रशिक्षण दिया गया। इस कैंप में न केवल पढ़ाई बल्कि बच्चों की रुचियों के अनुरूप उनकी छुपी प्रतिभाओं को भी निखारने का विशेष प्रयास किया गया। संस्थापक मिश्रा ने बताया कि इस समर कैंप में शहर के लगभग पांच विद्यालयों से 20 से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। पी क्लास से लेकर कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों ने इस रचनात्मक यात्रा में सक्रिय भागीदारी निभाई।

समापन समारोह में विद्यालय प्रबंधन की ओर से शिवशरण मिश्रा एवं श्रीमती भावना मिश्रा ने भी बच्चों एवं उनके अभिभावकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए ऐसे कार्यक्रम बेहद आवश्यक हैं, जो उनके भीतर आत्मविश्वास, नवाचार और नेतृत्व क्षमता का विकास करें।

समर कैंप में बच्चों ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए विद्यालय प्रबंधन का आभार प्रकट किया। बच्चों ने बताया कि इस कैंप से उन्हें कई नई चीजें सीखने को मिलीं, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा और वे नए कौशलों में दक्ष हो सके।

समर कैंप के इस आयोजन ने बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित की है।