आत्मनिर्भर भारत की नींव मजबूत कर रहे किसान: डॉ. डी.के. सिंह ने नैनो उर्वरकों की उपयोगिता बताई
ग्राम खानपुर दांडी में डॉ. डी.के. सिंह ने किसान चौपाल में नैनो उर्वरकों से आत्मनिर्भर भारत की दिशा बताई।

आनंदी मेल ब्यूरो
प्रयागराज : भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में किसानों की भूमिका अहम है। देश की प्रगति की कहानी तभी सशक्त होगी जब किसान उन्नत तकनीक और संसाधनों को अपनाएं। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए मोतीलाल नेहरू फार्मर्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट कोरडेट इफको फूलपुर के प्रधानाचार्य डॉ. डी.के. सिंह ने ग्राम खानपुर दांडी में आयोजित किसान चौपाल में किसानों को नैनो यूरिया प्लस और नैनो डीएपी के उपयोग से जुड़ी जानकारी साझा की।
डॉ. सिंह ने बताया कि नैनो उर्वरक न केवल लागत को कम करते हैं बल्कि उत्पादन भी बढ़ाते हैं। विशेष रूप से धान की फसल में इनके इस्तेमाल से मृदा की सेहत और उत्पादन क्षमता में सुधार आता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रगतिशील कृषक एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बीडी सिंह ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे उन्नत तकनीकों ने उनकी फसलों की गुणवत्ता में सुधार किया।
कार्यक्रम में सहगल फाउंडेशन से सुमित यादव और दिनेश मौर्य, ई-पहल के डॉ. कृष्ण गोपाल, कोरडेट के मुकेश तिवारी, कृषक रणजीत सिंह, रामजनक पटेल, अनिल सिंह, रामनाथ समेत दर्जनों किसान उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में किसानों को पपीते की पौध और छह किसानों को नैनो यूरिया प्लस, सागरिका और नैनो डीएपी नि:शुल्क वितरित की गई। संचालन कोरडेट आईआरडीपी प्रभारी राजेश कुमार सिंह ने किया।