भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान पहुंचीं पीड़ित के घर, पुलिस पर लगाया दलित उत्पीड़न का आरोप
प्रयागराज के रामगढ़ में पुलिस द्वारा दलित युवक की पिटाई पर भाजपा जिलाध्यक्ष ने जताई नाराज़गी, एसीपी से कार्रवाई की मांग

प्रयागराज। होलागढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत रामगढ़ गांव में पुलिस द्वारा दलित युवक की कथित पिटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जमीन विवाद से जुड़े एक प्रकरण में पीड़ित बनवारी लाल सरोज के घर जाकर भाजपा गंगापार जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान ने हालचाल जाना और न्याय का भरोसा दिलाया।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले बनवारी लाल सरोज को पुलिस ने गलतफहमी में दूसरे के विवाद में उठा लिया और थाने में उसकी जमकर पिटाई की गई, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। हालात गंभीर होने पर पुलिस ने एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल भेजा, जहां स्वरूप रानी अस्पताल में दो दिन इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है।
इसकी जानकारी मिलने पर बुधवार को भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान ने पीड़ित के घर पहुंचकर घटना की संपूर्ण जानकारी ली और पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने मौके से ही एसीपी सोरांव को फोन कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
निर्मला पासवान ने कहा, "कानून सबके लिए एक समान है। किसी निर्दोष दलित नागरिक के साथ पुलिस द्वारा की गई मारपीट बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो पार्टी स्तर पर बड़ा कदम उठाया जाएगा।"
इस दौरान कई स्थानीय भाजपा पदाधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता भी उनके साथ मौजूद रहे। उपस्थित प्रमुख लोगों में जिला मीडिया प्रभारी उमेश तिवारी, बृजेश त्रिपाठी, मंडल अध्यक्ष राधाकांत शुक्ला, पूनम पटेल, संगीता पटेल, प्रमुख प्रतिनिधि विनोद तिवारी, टी एन सिंह, शिव शंकर मिश्रा और गुड्डू राजा आदि शामिल थे।
यह मामला अब प्रशासन और राजनीतिक स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है। दलित संगठनों और मानवाधिकार समूहों की निगाहें अब इस केस में आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं।