अक्षय भोग का 100वां दिन, जेसीआई ब्रह्मावर्त ने विशाल भंडारे से मनाया सेवा उत्सव

जेसीआई ब्रह्मावर्त ने कानपुर में अक्षय भोग के 100वें दिन पर विशाल भंडारे का आयोजन कर समाजसेवा का संदेश दिया।

अक्षय भोग का 100वां दिन, जेसीआई ब्रह्मावर्त ने विशाल भंडारे से मनाया सेवा उत्सव
अक्षय भोग का 100वां दिन, जेसीआई ब्रह्मावर्त ने विशाल भंडारे से मनाया सेवा उत्सव

(संजय शुक्ला)

कानपुर। सेवा ही धर्म है—इस आदर्श को साकार करते हुए जेसीआई ब्रह्मावर्त द्वारा आयोजित 'अक्षय भोग' सेवा अभियान ने 100 दिन पूरे कर लिए हैं। इस उपलक्ष्य में कानपुर में एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों लोगों ने प्रसाद रूपी भोजन ग्रहण किया।

1 जनवरी से प्रारंभ हुए इस अभियान में प्रतिदिन 400-500 लोगों को भोजन कराया जा रहा है, जिससे न केवल जरूरतमंदों का पेट भर रहा है, बल्कि समाज में सेवा का सशक्त संदेश भी प्रसारित हो रहा है।

कार्यक्रम में पनकी मंदिर के महंत महामंडलेश्वर श्री कृष्णदास जी महाराज विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने इस सेवा को सनातन धर्म की भावना के अनुरूप बताया और अन्नदान को सबसे श्रेष्ठ दान की संज्ञा दी। साथ ही, सिद्धनाथ धाम के महंत, सांसद रमेश अवस्थी, और पार्षद विकास जैसवाल ने भी उपस्थित होकर आयोजन को आशीर्वाद व समर्थन दिया।

जेसीआई ब्रह्मावर्त के अध्यक्ष तरुण सहगल ने कहा कि संस्था को गर्व है कि उसका यह कार्य लगातार सराहना प्राप्त कर रहा है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि आने वाले गर्मी के मौसम में प्याऊ व शरबत वितरण का भी आयोजन किया जाएगा, जिससे राहगीरों को राहत मिल सके।

कार्यक्रम में मनीष सेठिया, विशाल जिंदल, नितेश महेश्वरी, आदित्य नोवल, रोहित भगत, मनोज द्विवेदी, अमित गुप्ता समेत संस्था के अन्य सदस्य भी सक्रिय भूमिका में नजर आए।

अक्षय भोग का मूल उद्देश्य “कोई भूखा न सोए” के भाव को मूर्त रूप देना है। यह प्रयास न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से पुण्य का कार्य है, बल्कि सामाजिक समरसता और मानवीय सेवा की मिसाल भी बनता जा रहा है।

इस भव्य आयोजन के साथ, जेसीआई ब्रह्मावर्त ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर नीयत नेक हो, तो समाज में बदलाव लाना संभव है।