इरम पब्लिक कॉलेज में मदर्स डे पर माताओं का सम्मान, बच्चों के विकास पर हुई गहन चर्चा
इरम पब्लिक कॉलेज में मदर्स डे कार्यक्रम में माताओं को सम्मानित कर बच्चों के सर्वांगीण विकास पर दिया गया जोर।

छात्र-छात्राओं ने रंगारंग प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बच्चों ने विद्यालय में सीखी हुई नृत्य, कविता और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से मातृत्व की भावना को अभिव्यक्त किया। कार्यक्रम को और भी खास बनाने के लिए माताओं के लिए विशेष प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें उन्होंने नृत्य और अन्य गतिविधियों में भाग लिया और अपनी छिपी हुई प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती सहर सुल्तान ने इस अवसर पर माताओं के त्याग और समर्पण को सराहते हुए कहा कि बच्चों की परवरिश में माँ की भूमिका अमूल्य होती है। उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि बच्चों के मानसिक और सामाजिक विकास में माता-पिता को पुत्र और पुत्री के बीच भेदभाव नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे दोहरे मापदंड बच्चों के आत्मविश्वास और सोच को प्रभावित कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने माताओं को ‘गुड टच’ और ‘बैड टच’ जैसे विषयों पर बच्चों को जागरूक करने की भी सलाह दी ताकि वे समाज में सुरक्षित रह सकें और किसी भी परिस्थिति का समझदारी से सामना कर सकें।
कार्यक्रम के अंत में स्कूल प्रबंधन ने विशिष्ट प्रतिभागी माताओं को “एक्टिव मॉम”, “लैपटॉप मॉम”, “रचनात्मक मॉम” और “वॉन्डर मॉम” जैसे विशेष उपाधियों से सम्मानित किया और उपहार भेंट किए गए। इस अवसर पर तनय श्रीवास्तव की माता श्रीमती इन्दु श्रीवास्तव ने विद्यालय के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां होने वाले आयोजनों से बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को दिशा मिलती है। वहीं दियांश की माता श्रीमती रिंकी ने भी अपनी संतुष्टि और प्रसन्नता व्यक्त की।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की शिक्षिकाएं प्रियांका पाठक, मनीषा सिंह एवं सना फरहीन ने प्रधानाचार्या के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक किया।
इस आयोजन की जानकारी विद्यालय के मीडिया प्रभारी मयंक श्रीवास्तव द्वारा साझा की गई। इस तरह का आयोजन न केवल माताओं के प्रति कृतज्ञता प्रकट करता है, बल्कि बच्चों और अभिभावकों के बीच भावनात्मक जुड़ाव को भी सुदृढ़ करता है।