महाकुम्भ की समीक्षा बैठक: सीएम योगी ने स्वच्छता और आतिथ्य सेवा का दिया संदेश

महाकुम्भ 2025 पर समीक्षा बैठक में सीएम योगी ने प्रयागराजवासियों से स्वच्छता और आतिथ्य सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण पेश करने की अपील की।

महाकुम्भ की समीक्षा बैठक: सीएम योगी ने स्वच्छता और आतिथ्य सेवा का दिया संदेश
महाकुम्भ की समीक्षा बैठक: सीएम योगी ने स्वच्छता और आतिथ्य सेवा का दिया संदेश

प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को महाकुम्भ 2025 की तैयारियों की समीक्षा के बाद पत्रकारों से संवाद किया। उन्होंने प्रयागराजवासियों से आग्रह किया कि वे महाकुम्भ को स्वच्छता और आतिथ्य सेवा का प्रतीक बनाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ एक ऐसा धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन है, जिसे पूरी दुनिया देखना चाहती है।

स्वच्छता और सौंदर्यीकरण पर विशेष जोर
सीएम योगी ने बताया कि प्रयागराज सिटी का कायाकल्प लगभग पूरा हो चुका है। 200 से अधिक सड़कों को डबल लेन से सिक्स लेन में बदला गया है। सिटी के सौंदर्यीकरण के साथ रेलवे स्टेशनों और पार्किंग स्थलों पर सुरक्षा और पब्लिक एड्रेस सिस्टम की विशेष व्यवस्था की गई है।

मेला क्षेत्र का विस्तार और सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि मेला क्षेत्र में 5000 एकड़ भूमि पर डेढ़ लाख से अधिक टेंट लगाए जा चुके हैं। 30 पांटून ब्रिज बनाए गए हैं, जिनमें 28 पूर्ण हो चुके हैं। 12 किलोमीटर का अस्थाई घाट तैयार है और अरैल की ओर एक पक्का घाट भी बन रहा है। 450 किलोमीटर की पाइपलाइन के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा।

144 साल बाद विशेष मुहूर्त
उन्होंने बताया कि इस बार का महाकुम्भ 144 वर्षों के बाद विशेष मुहूर्त में हो रहा है। पहला स्नान 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर होगा, जबकि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या का मुख्य स्नान होगा। सीएम योगी ने कहा कि प्रमुख स्नान के दिन कोई प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा, ताकि श्रद्धालु और संत बिना किसी बाधा के शामिल हो सकें।

प्रयागराजवासियों से अपील
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 कुम्भ में प्रयागराज ने स्वच्छता और आतिथ्य सेवा का जो मानक स्थापित किया था, उसे 2025 में और बेहतर बनाने का मौका है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार प्रयागराज को दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन के लिए पूरी तरह से तैयार कर रही है।