महाकुंभ में विदेशी श्रद्धालुओं की आस्था, USA-रूस से उमड़ा जनसैलाब
महाकुंभ में USA, रूस और कजाकिस्तान से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई, प्रशासन की व्यवस्था की सराहना।

जैनुल आब्दीन
महाकुंभ नगर: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 वैश्विक आस्था का केंद्र बन चुका है। इस पवित्र आयोजन में अमेरिका, रूस और कजाकिस्तान सहित कई देशों से श्रद्धालु पहुंचे हैं। संगम तट पर विदेशी श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान कर मोक्ष की कामना की और प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं की खुलकर सराहना की।
विदेशियों की कुंभ में आस्था
अमेरिका के हवाई से आए श्रद्धालु ने इस आयोजन को 'अविश्वसनीय' बताया। उन्होंने कहा, "इतनी बड़ी संख्या में लोगों को एकसाथ देखना और इतनी कुशल व्यवस्था का संचालन देखना अद्भुत है। यह आयोजन कल्पना से भी परे है।"
फ्लोरिडा से आईं मारिया, जो 12 साल पहले भी कुंभ मेले में आ चुकी थीं, ने कहा, "यह मेरे जीवन का सबसे यादगार अनुभव है। पिछले 26 वर्षों से हर साल भारत आती हूं और यहां की संस्कृति से प्रेम करती हूं।"
रूस और कजाकिस्तान से पहुंचे श्रद्धालु
मॉस्को से आईं जूलिया ने महाकुंभ की सुरक्षा और पवित्रता की प्रशंसा करते हुए कहा, "हम पहली बार कुंभ में आए हैं और यहां की व्यवस्थाएं बेहतरीन हैं। यह आयोजन कितना बड़ा है, यह यहां आकर ही समझा जा सकता है।"
कजाकिस्तान के अल्माटी से आईं अलेना ने कहा, "महाकुंभ में आना मेरा सपना था, जो महादेव की कृपा से पूरा हुआ।"
प्रशासन की कड़ी निगरानी और आधुनिक प्रबंधन
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने महाकुंभ के सुचारू संचालन के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। इस आयोजन को ड्रोन कैमरों और अत्याधुनिक तकनीक की मदद से मॉनिटर किया जा रहा है। कुंभ में उमड़ती लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को व्यवस्थित ढंग से नियंत्रित किया जा रहा है, जिससे न केवल भारतीय बल्कि विदेशी श्रद्धालु भी इस आयोजन से प्रभावित हैं।
महाकुंभ 2025 ने एक बार फिर साबित कर दिया कि यह सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था, संस्कृति और भव्यता का संगम है, जो दुनियाभर के श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।
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