बलरामपुर चीनी मिल मिझौड़ा में बाल श्रम उन्मूलन पर विशेष संगोष्ठी का आयोजन
बलरामपुर चीनी मिल मिझौड़ा में बाल श्रम निषेध संगोष्ठी, श्रमिकों को जागरूक कर दिया महत्वपूर्ण संदेश

कार्यक्रम का शुभारंभ बलरामपुर चीनी मिल के एचआर प्रमुख श्री जितेंद्र सिंह द्वारा किया गया। उन्होंने उपस्थित श्रमिकों को संबोधित करते हुए कहा कि बाल श्रम न केवल बच्चों के भविष्य के लिए घातक है, बल्कि समाज के विकास में भी बाधक है। उन्होंने सभी कर्मचारियों और श्रमिकों से अपील की कि वे अपने आस-पास बाल श्रम जैसी गतिविधियों को न प्रोत्साहित करें और न ही सहन करें।
संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में सहायक श्रम आयुक्त श्री राज बहादुर यादव उपस्थित रहे। उन्होंने 'बाल श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम 1986' की विभिन्न धाराओं की जानकारी दी। साथ ही उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अंतर्गत संचालित श्रमिक पंजीकरण प्रक्रिया और सरकार द्वारा दी जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सरकार श्रमिकों और उनके परिवारों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, बीमा, और आर्थिक सहायता जैसी अनेकों योजनाएं चला रही है, जिनका लाभ लेने हेतु सभी को जागरूक रहना चाहिए।
कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति (CWC) के अध्यक्ष श्री राम नायक वर्मा, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) के प्रभारी श्री यादवेंद्र सोनकर, श्रम प्रवर्तन अधिकारी श्री कमलेश कुमार सिंह, जन विकास संस्थान के प्रोजेक्ट मैनेजर श्री अवधेश कुमार यादव, श्रम विभाग से श्री राजाबाबू गौड़, श्री आलोक नाथ पाठक, श्री गणेश कुमार सिंह, श्री धर्मेंद्र कुमार यादव सहित जन शिक्षण केंद्र के कर्मचारीगण भी उपस्थित रहे। संगोष्ठी में बलरामपुर चीनी मिल के लगभग 80 से अधिक श्रमिकों ने प्रतिभाग किया और बाल श्रम उन्मूलन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई।
कार्यक्रम के अंत में सभी अधिकारियों ने संयुक्त रूप से श्रमिकों को बाल श्रम के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए जागरूकता फैलाने की अपील की। इस तरह के आयोजनों से न केवल कर्मचारियों में जागरूकता बढ़ती है, बल्कि समाज में सकारात्मक संदेश भी जाता है कि बाल श्रम जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करने हेतु सभी वर्गों को मिलकर प्रयास करना होगा।