आईआरएमएस 2022 बैच का लखनऊ में भव्य दीक्षांत, 16 अधिकारियों ने संभाली जिम्मेदारी
आईआरएमएस 2022 बैच का दीक्षांत समारोह लखनऊ में संपन्न, 16 ट्रैफिक अधिकारी भारतीय रेलवे सेवा में शामिल हुए

लखनऊ | भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (आईआरएमएस) के प्रथम बैच के अधिकारियों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण लखनऊ में रचा गया, जब भारतीय रेलवे परिवहन प्रबंधन संस्थान (आईआरआईटीएम) के प्रांगण में इन अधिकारियों के दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। यह अवसर न केवल नव नियुक्त अधिकारियों के लिए गर्व का पल था, बल्कि भारतीय रेलवे के प्रशासनिक ढांचे में नई ऊर्जा के संचार का प्रतीक भी बना।
कार्यक्रम की भव्य शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें मुख्य अतिथि रेलवे बोर्ड के अपर सदस्य (पर्यटन एवं खानपान) श्री अमित वर्धन, संस्थान के अपर महानिदेशक श्री संजय त्रिपाठी तथा अन्य गणमान्य अतिथियों ने भाग लिया। इसके पश्चात आईआरआईटीएम के डीन श्री शिशिर सोमवंशी ने सभी परिवीक्षाधीन अधिकारियों को शपथ दिलाई और उन्हें भारतीय रेलवे की गरिमा को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया।
2022 बैच के 16 आईआरएमएस-ट्रैफिक अधिकारी, जिन्होंने 104 सप्ताह का कठोर और व्यापक प्रशिक्षण पूर्ण किया, अब भारतीय रेलवे के विभिन्न जोनों में सेवा के लिए नियुक्त हो गए हैं। यह प्रशिक्षण रेलवे प्रबंधन के विविध पहलुओं — संचालन, यातायात, सुरक्षा, व्यावसायिक रणनीति एवं प्रशासन — में दिया गया था।
इस मौके पर प्रशिक्षु अधिकारियों को विरासत सौंपने का प्रतीकात्मक कार्यक्रम भी हुआ, जिसमें 2022 बैच ने 2023 बैच को आईआरआईटीएम ध्वज सौंपा। यह परंपरा नई पीढ़ी को प्रेरणा देने और जिम्मेदारियों के हस्तांतरण का प्रतीक है।
मुख्य अतिथि श्री अमित वर्धन ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय रेलवे केवल एक परिवहन तंत्र नहीं, बल्कि देश की सामाजिक व आर्थिक धड़कन है। उन्होंने नव नियुक्त अधिकारियों को सलाह दी कि वे उत्कृष्ट कार्य नैतिकता अपनाएं और आने वाली चुनौतियों का डटकर सामना करें।
संस्थान के अपर महानिदेशक श्री संजय त्रिपाठी ने प्रशिक्षण संस्थान में चल रही गतिविधियों, कोर्स संरचना, तकनीकी उन्नयन और बुनियादी ढांचे में सुधारों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आईआरआईटीएम देश के रेलवे प्रबंधन प्रशिक्षण में वैश्विक स्तर की गुणवत्ता लाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
समारोह के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
सुश्री कृतिका मिश्रा को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षु अधिकारी घोषित किया गया।
श्री विशाल आनंद को श्रेष्ठ शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
श्री अभिषेक कुमार सिंह को एस्प्रिट डी कॉर्प्स पुरस्कार मिला।
सुश्री कृतिका मिश्रा और श्री मोहन दान को सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में श्रेष्ठता के लिए चुना गया।
सुश्री रिया हिम्मतरामका और श्री अक्षय कुमार राजगौड़ा पाटिल को खेल-कूद में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कृत किया गया।
इस ऐतिहासिक अवसर पर लखनऊ के दोनों मंडलों के वरिष्ठ अधिकारी, आईआरआईटीएम के संकाय सदस्य और अन्य विशिष्ट अतिथि भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन पर पाठ्यक्रम निदेशक श्री अंबर प्रताप सिंह ने कोर्स रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसके बाद डीन श्री शिशिर सोमवंशी के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।
यह दीक्षांत समारोह न केवल एक शैक्षणिक समापन था, बल्कि नए युग की शुरुआत का संकेत भी। आईआरएमएस अधिकारी अब भारतीय रेलवे की नींव को और अधिक मज़बूत करेंगे, और देश को आगे बढ़ाने की इस रेल यात्रा में अपना अमूल्य योगदान देंगे।