टीसीआई ने वित्तीय वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में दर्ज की शानदार बढ़त
ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 27.3% लाभ वृद्धि और स्थिर राजस्व दर्ज किया।

लखनऊ। भारत की अग्रणी लॉजिस्टिक्स कंपनी, ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (टीसीआई) ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में अपने दमदार प्रदर्शन का खुलासा किया। इस तिमाही, जो 31 दिसंबर 2024 को समाप्त हुई, में कंपनी ने राजस्व, लाभ और परिचालन क्षमता के मामले में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है।
वित्तीय आंकड़े
टीसीआई ने ₹11,539 मिलियन का समेकित राजस्व अर्जित किया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में ₹10,115 मिलियन था। यह 14.1% की बढ़त दर्शाता है।
कंपनी का एबिटा (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई) 15.8% बढ़कर ₹1,478 मिलियन हो गया।
कर पश्चात लाभ (पीएटी) में भी 27.3% की वृद्धि दर्ज की गई, जो ₹1,021 मिलियन पर पहुंच गया।
प्रबंधन का नजरिया
टीसीआई के प्रबंध निदेशक विनीत अग्रवाल ने इस सफलता का श्रेय कंपनी की संतुलित रणनीति, नवाचारी समाधान और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण को दिया। उन्होंने बताया कि एफएमसीजी, कृषि, ऑटोमोटिव, और ई-कॉमर्स जैसे क्षेत्रों में 3पीएल और ग्रीन मल्टी-मोडल समाधानों की बढ़ती मांग कंपनी की प्रगति का मुख्य कारण बनी।
नई पहल और उपलब्धियां
• टीसीआई को डन एंड ब्रैडस्ट्रीट (डीएंडबी) से 'ईएसजी रजिस्टर्ड' बैज से सम्मानित किया गया।
• भारत का पहला ISO 14083:2023 प्रमाणपत्र, कंपनी के सप्लाई चेन सस्टेनेबिलिटी लैब द्वारा विकसित ट्रांसपोर्ट एमिशन मेजरमेंट टूल (टीईएमटी) को प्राप्त हुआ।
भविष्य की रणनीति
कंपनी ने बुनियादी ढांचे पर खर्च और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की बढ़ती खपत के चलते आगामी तिमाहियों में बेहतर ऑर्डर पाइपलाइन की उम्मीद जताई है। प्रौद्योगिकी, वेयरहाउसिंग, स्वचालन, और विशेष लॉजिस्टिक्स में निवेश कर, टीसीआई भारत की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार है।
टीसीआई की यह सफलता न केवल इसकी मजबूत प्रबंधन रणनीतियों को दर्शाती है, बल्कि लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में इसके महत्वपूर्ण योगदान को भी रेखांकित करती है।
What's Your Reaction?






