पृथ्वी दिवस पर बच्चों ने रंग-बिरंगे अंदाज़ में दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

प्रयागराज में पृथ्वी दिवस पर नाटक, स्लोगन और पोस्टर प्रतियोगिताओं से बच्चों ने पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया

पृथ्वी दिवस पर बच्चों ने रंग-बिरंगे अंदाज़ में दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
पृथ्वी दिवस पर बच्चों ने रंग-बिरंगे अंदाज़ में दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

प्रयागराज : श्री नारायण आश्रम बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज, शिवकुटी प्रयागराज में आज पृथ्वी दिवस के अवसर पर विविध सांस्कृतिक एवं रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इस अवसर पर आयोजित नाटक, स्लोगन लेखन एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताओं में छात्राओं ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया और पृथ्वी को बचाने का आह्वान किया।

कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना सभा में प्राइमरी कक्षा की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत "पृथ्वी बचाओ" नाटक से हुई। इस भावपूर्ण प्रस्तुति ने सभी उपस्थितों को गहराई से प्रभावित किया। इस प्रतियोगिता में श्रृष्टि पाल को प्रथम, अनन्या प्रजापति को द्वितीय और रूही को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।

जूनियर वर्ग की छात्राओं के बीच स्लोगन लेखन प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें बच्चों ने अपने शब्दों से धरती को बचाने का सशक्त संदेश दिया। रिमझिम तिवारी ने प्रथम, तनु यादव ने द्वितीय और सोनाक्षी गौर ने तृतीय स्थान हासिल किया।

सीनियर वर्ग की छात्राओं ने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में किया। रंगों और भावनाओं से भरे इन पोस्टरों ने न केवल विषय को दर्शाया, बल्कि जागरूकता भी फैलाने का कार्य किया। इस प्रतियोगिता में वैष्णवी शर्मा प्रथम, अंशिका द्वितीय और महक पाल तृतीय स्थान पर रहीं।

विजयी छात्राओं को विद्यालय प्रबंधन द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए, जिससे बच्चों का मनोबल और उत्साह और अधिक बढ़ा।

विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती विभा मिश्रा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, “पृथ्वी केवल एक दिन नहीं, हर दिन बचाने की आवश्यकता है। जल, ऊर्जा और हरियाली का संरक्षण ही हमारे भविष्य की कुंजी है।” उन्होंने सभी विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई।

कार्यक्रम के अंत में बच्चों और शिक्षकों ने मिलकर यह संकल्प लिया कि वे अपने स्तर पर हर संभव प्रयास करेंगे ताकि पृथ्वी को प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग और प्राकृतिक संसाधनों की बर्बादी से बचाया जा सके।

इस तरह का आयोजन न केवल विद्यार्थियों को जागरूक बनाता है, बल्कि उन्हें भविष्य में जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए भी प्रेरित करता है। विद्यालय परिसर में पूरे दिन हरियाली, जागरूकता और संकल्प का माहौल देखने को मिला।