बुद्ध विचार ही सफलता का मार्ग: बौद्धचार्य रमेश चंद्र गौतम

बुद्ध पूर्णिमा पर आयोजित गोष्ठी में बौद्धाचार्य रमेश चंद्र गौतम ने युवाओं से भगवान बुद्ध के विचारों को जीवन में अपनाने की अपील की, कहा— बुद्ध विचार, ज्ञान और सफलता का प्रतीक हैं

बुद्ध विचार ही सफलता का मार्ग: बौद्धचार्य रमेश चंद्र गौतम
बुद्ध विचार ही सफलता का मार्ग: बौद्धचार्य रमेश चंद्र गौतम

कानपुर। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर संत शिरोमणि सद्गुरु रविदास उद्यान, देवी सराय, नगर कल्याणपुर जीटी रोड स्थित परिसर में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी का आयोजन दलित समाज सेवा समिति द्वारा किया गया, जिसमें वक्ताओं ने भगवान गौतम बुद्ध के जीवन दर्शन और उनके विचारों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे बौद्धाचार्य रमेश चंद्र गौतम ने अपने संबोधन में कहा, "अगर जीवन में सफलता पानी है, तो भगवान बुद्ध के विचारों को अपनाना जरूरी है। बुद्ध केवल एक महापुरुष नहीं, बल्कि एक विचारधारा, एक दर्शन और सफलता का मार्ग हैं।" उन्होंने युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि "भगवान बुद्ध के इतिहास को पढ़ें, समझें और अपने जीवन में लागू करें, क्योंकि ज्ञान ही सफलता की कुंजी है।"

रमेश चंद्र गौतम ने यह भी बताया कि बुद्ध पूर्णिमा का दिन ऐतिहासिक और अद्वितीय है क्योंकि इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण तीनों घटनाएं घटित हुई थीं। उन्होंने कहा कि "बुद्ध का जीवन स्वयं में एक आदर्श है, जिसने अज्ञान से ज्ञान और हिंसा से करुणा की ओर मानवता को दिशा दी।"

गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि बुद्ध के विचार आज के समय में और भी प्रासंगिक हो गए हैं, जहां समाज में तनाव, हिंसा और भटकाव बढ़ रहा है। ऐसे समय में बुद्ध का मार्ग संयम, शांति और सहअस्तित्व का संदेश देता है।

इस अवसर पर समिति अध्यक्ष रमेश चंद्र गौतम के साथ-साथ कई प्रमुख बौद्ध अनुयायियों ने भी अपने विचार साझा किए। उपस्थित प्रमुख जनों में विनोद कुमार कुरील, छोटे लाल जिज्ञासु, राजकुमार गौतम, शंभूनाथ कुरील, मुंशीलाल गौतम, आदेश कुमार, आर. डी. कुरील, सुरेंद्र सिंह गौतम सहित अनेक बुद्ध अनुयायी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का समापन बुद्ध वंदना और सामूहिक शांति प्रार्थना के साथ किया गया। आयोजन का उद्देश्य युवाओं को बुद्ध के विचारों से जोड़ना और उनके जीवन में करुणा, मैत्री और समता के बीज बोना था।