बुद्ध पूर्णिमा पर डिप्टी सीएम ने किया भगवान बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण, पाली भाषा को बताया सांस्कृतिक धरोहर

बुद्ध पूर्णिमा पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण कर पाली भाषा को दी ऐतिहासिक मान्यता

बुद्ध पूर्णिमा पर डिप्टी सीएम ने किया भगवान बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण, पाली भाषा को बताया सांस्कृतिक धरोहर

प्रयागराज : बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर प्रयागराज के तपोवन पार्क, ऑकलैंड रोड पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भगवान तथागत बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण कर दीप प्रज्ज्वलन करते हुए श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए भगवान बुद्ध के सिद्धांतों को आज के भारत के विकास मॉडल से जोड़ा।

उन्होंने कहा कि यह दिन ऐतिहासिक है, क्योंकि यही वह दिन है जब भगवान बुद्ध का जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महानिर्वाण हुआ था। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भारत ने संसार को बुद्ध का मार्ग दिया है—युद्ध नहीं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाली भाषा को 'क्लासिकल लैंग्वेज' का दर्जा देकर अनुसंधान और अध्ययन के लिए नया रास्ता खोला है। इससे पाली भाषा में कार्य कर रहे स्कॉलरों को भी वह सभी शैक्षणिक सुविधाएं प्राप्त होंगी जो अन्य शास्त्रीय भाषाओं के शोधकर्ताओं को मिलती हैं।

उन्होंने भगवान बुद्ध के शांति और समरसता के संदेश को आज के सामाजिक परिप्रेक्ष्य में अत्यंत प्रासंगिक बताया। "सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास" का मूलमंत्र भगवान बुद्ध की शिक्षाओं से ही प्रेरित है, उन्होंने कहा।

सैन्य शक्ति पर बात करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, "हम शांति के पक्षधर हैं, लेकिन अगर कोई देश हमें छेड़ेगा, तो हम उसे छोड़ेंगे भी नहीं।" उन्होंने भारतीय सेना की वीरता और पराक्रम का गौरवपूर्ण उल्लेख करते हुए कहा कि प्रत्येक भारतीय को अपनी सेना पर गर्व है और हम सब मिलकर उसका अभिनंदन करते हैं।

इस कार्यक्रम में प्रयागराज के जनप्रतिनिधियों की भी प्रभावशाली उपस्थिति रही। सांसद प्रवीण पटेल, महापौर उमेश चंद्र केसरवानी, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वी.के. सिंह, विधायक गुरुप्रसाद मौर्य, दीपक पटेल, पूजा पाल, भाजपा महानगर अध्यक्ष संजय गुप्ता, गंगापार अध्यक्ष निर्मला पासवान, यमुनापार अध्यक्ष राजेश शुक्ला, तथा अन्य भाजपा और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने समारोह में भाग लिया। आम नागरिकों की बड़ी संख्या में सहभागिता ने आयोजन को और भी भव्य बना दिया।

उपमुख्यमंत्री के वक्तव्य ने कार्यक्रम को सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और राष्ट्रीय गर्व से जोड़ते हुए इसे केवल एक अनावरण समारोह से आगे बढ़ाकर सामाजिक एकता और आत्मसम्मान का प्रतीक बना दिया।