राष्ट्रीय महासचिव लालजी वर्मा एवं राममूर्ति वर्मा अपने समर्थकों के साथ ग्राम महमूदपुर रामदीन सिंह में जनसंपर्क किये
आनन्दी मेल सवांददाता अम्बेडकर नगर - जनपद में लोकसभा सीट से लालजी वर्मा राष्ट्रीय महासचिव लालजी वर्मा एवं राममूर्ति वर्मा अपने समर्थकों के साथ ग्राम महमूदपुर रामदीन सिंह में जनसंपर्क किए

इसी क्रम में राष्ट्रीय महासचिव लालजी वर्मा एवं राममूर्ति वर्मा अपने समर्थकों के साथ ग्राम महमूदपुर रामदीन सिंह में जनसंपर्क किया ग्राम महमुदपुर रामदीन सिंह में कुर्मी समाज का समर्थन भरपूर मिल रहा है समर्थन में मौजूद चंद्रशेखर वर्मा, अवधेश वर्मा , हरीलाल प्रजापति, रामानुजन प्रजापति,शोभा राम चौधरी, सुरेश चौधरी ,, बृजेश चौधरी, सुनील चौधरी, कृष्णा चौधरी, मानिक चौधरी, सदाशिव चौधरी , दिलीप चौधरी, राजेश चौधरी, दुर्गेश चौधरी, चंद्रभान चौधरी ,नूतन चौधरी, अद्याप्रसाद चौधरी , घनश्याम चौधरी , सुभाष चौधरी,आदि लोगों मौजूद रहे। जनपद अम्बेडकरनगर में सपा , बीजेपी की कांटे की टक्कर देते दिखाई पड़ रही है अगर दिखा जाए तो आज भी लोकसभा प्रत्यासी राष्ट्रीय महासचिव लालजी वर्मा बीजेपी पर भारी पड़ रहें हैं लालजी वर्मा कुर्मी बिरादरी के बड़े नेता माने जाते हैं.
उत्तर प्रदेश की सियासत जात बिरादरी में जकड़ी हुई है. यादव के बाद ओबीसी वर्ग की दूसरी सबसे बड़ी जाति कुर्मी को बताया जाता है. अम्बेडकर नगर में कुर्मी मतदाताओं के प्रभुत्व को देखते हुए सपा ने लालजी वर्मा पर भरोसा जताया है. राष्ट्रीय महासचिव लालजी वर्मा चुनावी रण का बिगुल बजा चुका है. वर्तमान में लालजी वर्मा कटेहरी विधानसभा से विधायक हैं. सपा से पहले लालजी वर्मा बसपा में भी रह चुके हैं. 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले लालजी वर्मा को मायावती ने बसपा से निकाल दिया था.
अम्बेडकर नगर से लालजी वर्मा को मौका
बसपा से निकाले जाने के बाद लालजी वर्मा साइकिल पर सवार हो गए. लालजी वर्मा पर पंचायच चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप था. बसपा से निकाले जाने के बाद लालजी वर्मा ने सपा का दामन थाम लिया. 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा ने अम्बेडकर नगर की कटेहरी सीट से लालजी वर्मा को प्रत्याशी घोषित किया. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी निशात फातिमा को हराकर कटेहरी सीट पर कब्जा जमा लिया. अब लालजी वर्मा को लोकसभा चुनाव लड़ने का सपा ने मौका दिया है. 2019 का लोकसभा चुनाव सपा ने बसपा के साथ गठबंधन में लड़ा था. बसपा ने 10 सीटों पर जीत की थी. सपा के पांच उम्मीदवार लोकसभा का चुनाव जीतने में सफल हुए थे.