मुख्यमंत्री ने महाकुंभ का लोगो जारी किया,परियोजनाओं को 10 दिसंबर तक पूरा करने का निर्देश

(जैनुल आबदीन)
वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए बनेगा ग्रीन कॉरिडोर: सीएम मुख्यमंत्री योगी ने घोषणा की कि महाकुंभ के दौरान वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए विशेष ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण कराया जाएगा ताकि आम श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके अलावा, तीर्थयात्रियों के लिए 90 होल्डिंग एरिया भी बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मेले में दस स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू होगी और हर व्यक्ति की निगरानी की जाएगी। खासतौर पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए तीन महिला थानों की स्थापना की जाएगी, जिससे सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत होगी।
हर अखाड़े में होंगे नोडल अधिकारी सीएम योगी ने सनातन धर्म की महत्ता पर चर्चा करते हुए कहा कि इसका गौरव बढ़ाने से साधु-संतों का भी सम्मान बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि अब समाज में साधु-संतों के प्रति नजरिया बदल रहा है और उन्हें अधिक सम्मान मिल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियों को देखने के लिए वह हर 10 दिन में यहां आएंगे और कार्यों का निरीक्षण करेंगे। योगी ने कहा कि अब वह केवल शाम के समय ही आएंगे ताकि आम लोगों को कोई असुविधा न हो।
साधु-संतों को मिलेगी पूरी सुविधा और सुरक्षा मुख्यमंत्री ने साधु-संतों को आश्वस्त किया कि महाकुंभ के दौरान उन्हें हर प्रकार की सुविधा और सुरक्षा प्रदान की जाएगी। हर अखाड़े के लिए एक-एक नोडल अधिकारी तैनात किया जाएगा। इसके अलावा, महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में मांस और मदिरा पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। सीएम ने कहा कि गुलामी के प्रतीकों को हटाने के लिए सरकार तेजी से प्रयास कर रही है।
गुणवत्ता और समय सीमा पर नहीं होगा कोई समझौता मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि महाकुंभ की सभी परियोजनाएं समय सीमा के भीतर और गुणवत्ता के साथ पूरी की जानी चाहिए। अगर इसमें कोई चूक हुई तो जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने सुरक्षा के मद्देनजर मेले में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का सत्यापन अनिवार्य रूप से किए जाने की बात कही। मुख्यमंत्री ने साधु-संतों से अपील की कि मीडिया से बातचीत के दौरान किसी प्रकार की नकारात्मक टिप्पणी करने से बचें। उन्होंने कहा कि महाकुंभ को सफल बनाने में साधु-संतों की महत्वपूर्ण भूमिका है।