राष्ट्रीय लोक अदालत में 2,17,943 वादों का निस्तारण, जनपद न्यायाधीश ने दीप प्रज्जवलित कर किया शुभारंभ

प्रयागराज  : उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रयागराज के तत्वाधान में 14 दिसंबर को जनपद न्यायालय, प्रयागराज और समस्त तहसीलों में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश संतोष राय द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत में 2,17,943 वादों का निस्तारण, जनपद न्यायाधीश ने दीप प्रज्जवलित कर किया शुभारंभ
राष्ट्रीय लोक अदालत में 2,17,943 वादों का निस्तारण,

इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 2,17,943 वादों का निस्तारण किया गया। इनमें से 19,761 वादों का निस्तारण फौजदारी मामलों में हुआ, जबकि पारिवारिक न्यायालय द्वारा 60 वादों का समाधान आपसी सुलह-समझौते से किया गया। प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, प्रयागराज बाल मुकुंद ने 25 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया।

मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी उत्तरी राम कुशल ने 249 वादों और दक्षिणी पीठासीन अधिकारी प्रदीप कुमार ने 73 वादों का निस्तारण किया।

इसके अलावा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव दिनेश कुमार गौतम ने मध्यस्थता केंद्र में एक जोड़े के बीच समझौता कराया, जिसे जनपद न्यायाधीश के समक्ष खुशी-खुशी सुलझाया गया।

अपर जनपद न्यायाधीश राम प्रताप सिंह राणा ने विद्युत मामलों के 210 वादों का निस्तारण किया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शशि कुमार ने 6554 वादों का निस्तारण किया, जबकि रेलवे मजिस्ट्रेट अमित कुमार ने 1308 वादों का समाधान किया। श्रीमती दीक्षा, वर्चुअल कोर्ट ट्रैफिक ने 7200 प्री-लिटिगेशन वादों का निस्तारण किया।

राजस्व न्यायालयों ने कुल 1,32,718 वादों का समाधान किया, जबकि बैंक के प्री-लिटिगेशन मामलों में 1908 वादों का निस्तारण हुआ। इस सफल आयोजन में रविकांत द्वितीय नोडल अधिकारी/एडीजे ने समस्त विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर लोक अदालत को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।