प्रतापगढ़: सितंबर से दिसंबर 2024: 21वीं पशुगणना की शुरुआत
प्रतापगढ़ में 6 सितंबर को विकास भवन सभागार में 21वीं पशुगणना के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

प्रतापगढ़: प्रतापगढ़ में 6 सितंबर को विकास भवन सभागार में 21वीं पशुगणना के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में जनपद के तीन तहसीलों—सदर, पट्टी, और रानीगंज—के 135 गणनकर्ताओं और सुपरवाइजरों ने भाग लिया। मुख्य विकास अधिकारी डा. दिव्या मिश्रा ने कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के पास देश का सबसे बड़ा पशुधन है और पशुगणना के आंकड़ों का सही उपयोग भविष्य की योजनाओं और विभागीय नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण होगा।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. प्रदीप कुमार ने प्रशिक्षण की महत्ता पर जोर दिया और सही आंकड़ों की गणना की आवश्यकता को बताया। नोडल अधिकारी डा. रवि प्रकाश सिंह ने बताया कि पशुगणना हर पांच साल में होती है और इस बार भी एनडीएलएम द्वारा विकसित एंड्रॉइड एप के माध्यम से की जाएगी। मास्टर ट्रेनर डा. विनय कुमार द्विवेदी और डा. अनिलेश कुमार श्रीवास्तव ने गणना की प्रक्रिया और एप के उपयोग पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। जनपद में 21वीं पशुगणना की पूरी तैयारी कर ली गई है।