"विद्यालय और परिवार की साझेदारी से बच्चों का उज्ज्वल भविष्य"
अभिभावकों और विद्यालय की साझेदारी से बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में किए गए प्रयासों पर आधारित कार्यक्रम।

लखनऊ :एमिटी इंटरनेशनल स्कूल, विराज खंड-5 में कक्षा नर्सरी से कक्षा चौथी तक के लिए एक महत्वपूर्ण पैरेंट्स ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अभिभावकों को विद्यालय की शिक्षण पद्धति, पाठ्यक्रम, और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों की जानकारी प्रदान की गई। यह कार्यक्रम बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में विद्यालय और परिवार की साझेदारी के महत्व को उजागर करने का एक महत्वपूर्ण अवसर था।
कार्यक्रम के दौरान, विद्यालय द्वारा तैयार किया गया समावेशी और अनुभवात्मक पाठ्यक्रम अभिभावकों के समक्ष रखा गया। यह पाठ्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप तैयार किया गया है, जो विद्यार्थियों की बौद्धिक और सामाजिक क्षमता को प्रोत्साहित करता है। अभिभावकों को बताया गया कि विद्यालय विद्यार्थियों में संवाद क्षमता, आलोचनात्मक सोच और रचनात्मकता को कैसे विकसित करता है।
बच्चों की भाषा संवर्धन को लेकर विद्यालय ने कुछ विशेष कार्यक्रमों की जानकारी भी दी, जिसमें फोनेटिक्स, कविता पाठ, कहानी लेखन और संवाद कौशल विकास शामिल हैं। खेलों के महत्व को भी रेखांकित करते हुए, विद्यालय में नियमित योग कक्षाओं, पी.टी., इनडोर और आउटडोर खेलों और वार्षिक खेल प्रतियोगिताओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
विद्यालय में छात्रों के लिए विशेष पाठ्यक्रमों, अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों और प्रतियोगी परीक्षाओं की भी व्यवस्था की गई है, जिनके बारे में अभिभावकों को विस्तार से बताया गया। इस प्रकार के कार्यक्रम बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
प्रधानाचार्या रचना मिश्रा ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा, “बच्चों की शिक्षा में अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी से उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सकता है। विद्यालय और परिवार के बीच मजबूत साझेदारी ही बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखती है।"
कार्यक्रम का समापन एक उत्साहपूर्ण संवाद और सहभागिता के साथ हुआ, जिसमें अभिभावकों ने विद्यालय के प्रयासों की सराहना की और बच्चों के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया।
यह कार्यक्रम विद्यालय और परिवार के बीच संचार को मजबूत करने और बच्चों के विकास के लिए दोनों के बीच एक ठोस और स्थायी संबंध स्थापित करने का एक बेहतरीन प्रयास था।
(आर एल पाण्डेय)