भंडारे के साथ ॐ नमः शिवाय जप कीर्तन का हुआ समापन

इकत्तीस दिवसीय ॐ नमः शिवाय जप कीर्तन का हवन व भंडारे के साथ समापन हुआ

भंडारे के साथ ॐ नमः शिवाय जप कीर्तन का हुआ समापन
भंडारे के साथ ॐ नमः शिवाय जप कीर्तन का हुआ समापन

निर्मल सैनी / आनंदी मेल 

लखनऊ।शुक्रवार को इकत्तीस दिवसीय ॐ नमः शिवाय जप कीर्तन का हवन व भंडारे के साथ समापन हुआ। आपको बता दें कि विकासखंड माल की ग्राम पंचायत सस्पन के अटेर गांव स्थित प्रसिद्ध सिद्ध पीठ मां बाराही देवी मंदिर परिसर में सावन माह के पावन पर्व पर दो अगस्त से ॐ नमः शिवाय जप कीर्तन का शुभारंभ हुआ था,जिसका शुक्रवार को हवन एवम् भंडारे के साथ समापन हुआ।भंडारे में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने प्रसाद चखा।

इस मौके पर मेला कमेटी संरक्षक रमेश सिंह चौहान ने बताया कि ॐ नमः शिवाय जप कीर्तन का आयोजन हर वर्ष सावन माह के पावन पर्व पर किया जाता है।

सनातन धर्म में सावन के महीने को बहुत ही पवित्र माना जाता है। साथ ही सावन महीना इस महीने में विशेष रूप से भगवान शिव की आराधना और मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति के सौभाग्य में वृद्धि होती है।हिन्दू धर्म में भगवान शिव एकमात्र ऐसे देवता है जिनकी सादगी और मासूमियत ही लोगों को उनकी ओर आकर्षित करती है। भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए भक्तों को कोई विशेष अनुष्ठान या भव्य यज्ञ का आयोजन नहीं करना पड़ता।

भक्तों को तो बस जरूरत है योगमुद्रा में बैठकर उनके मंत्र ॐ नमः शिवाय का जाप करने की।हमारी भक्ति, एकाग्र क्षमता और ध्यान ही भगवान शिव के निकट पहुंचाने वाला मार्ग है।हर वर्ष मां बाराही देवी मंदिर प्रांगण में पूरे सावन माह के पावन पर्व पर ॐ नमः शिवाय के जप का आयोजन होता है।जिसमें कुल तीस टीमें हिस्सा लेती हैं और एक टीम चौबीस घंटे निरंतर जप करती हैं।जिसमें मंदिर कमेटी की तरफ से चाय नाश्ता खाना पीना रहने की भी व्यवस्था की जाती है।