ऑपरेशन क्लीन में उत्कृष्ट कार्य के लिए रावतपुर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार मिश्रा सम्मानित

ऑपरेशन क्लीन के तहत रावतपुर थाना प्रभारी कृष्ण मिश्रा को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया

ऑपरेशन क्लीन में उत्कृष्ट कार्य के लिए रावतपुर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार मिश्रा सम्मानित

कानपुर – उत्तर प्रदेश पुलिस के “ऑपरेशन क्लीन” के तहत शानदार कार्य करते हुए रावतपुर थाना प्रभारी निरीक्षक कृष्ण कुमार मिश्रा ने एक मिसाल कायम की है। स्क्रैप और लावारिस वाहनों की सार्वजनिक नीलामी कर उसे विभागीय राजस्व में जमा कराने के लिए उन्हें अपर पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) हरिश चंदर द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

पुलिस आयुक्त द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुपालन में श्री मिश्रा ने रावतपुर थाना परिसर में लंबे समय से पड़े लावारिस एवं स्क्रैप वाहनों की सूची तैयार कर उन्हें नियमानुसार सार्वजनिक रूप से नीलाम किया। इससे प्राप्त धनराशि को पूरी पारदर्शिता के साथ सरकार के खजाने में जमा कर दिया गया। इस कार्य में उन्होंने 96% वाहनों की नीलामी सफलतापूर्वक संपन्न कराई।

उनके प्रयासों से प्रभावित होकर पुलिस मुख्यालय सिविल लाइंस, कानपुर में एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जहां अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था हरिश चंदर ने उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इस दौरान कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे जिन्होंने श्री मिश्रा के अनुकरणीय कार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

अधिकारियों ने कहा कि रावतपुर थाना प्रभारी ने जिस तरह ऑपरेशन क्लीन की भावना को आत्मसात करते हुए थाने की सफाई, व्यवस्था और अनुपयोगी वस्तुओं के निष्पादन को अंजाम दिया, वह अन्य थानों के लिए भी प्रेरणास्रोत है। साफ-सुथरे थानों से न केवल पुलिसकर्मियों को बेहतर कार्य वातावरण मिलता है बल्कि जनता का भी भरोसा बढ़ता है।

इस पहल से यह स्पष्ट है कि थाना स्तर पर जिम्मेदारी और पारदर्शिता के साथ कार्य करने से न केवल प्रशासनिक प्रक्रिया सुधरती है बल्कि सरकारी राजस्व को भी सीधा लाभ होता है। रावतपुर थाने की यह कार्रवाई इस बात का प्रमाण है कि इच्छाशक्ति और समर्पण से किसी भी दिशा-निर्देश को ज़मीन पर उतारा जा सकता है।

श्री कृष्ण कुमार मिश्रा ने सम्मान प्राप्ति के बाद कहा, "यह सम्मान मेरे अकेले का नहीं, बल्कि पूरी थाना टीम की मेहनत का परिणाम है। ऑपरेशन क्लीन केवल सफाई का नाम नहीं, यह जवाबदेही, पारदर्शिता और सकारात्मक बदलाव का अभियान है।"

ऐसी सकारात्मक पहलें अन्य थानों में भी लागू होनी चाहिए ताकि पुलिस व्यवस्था में नई ऊर्जा, पारदर्शिता और सेवा भाव का संचार हो सके।