मथुरा में बनेगा 'कृष्णमय प्रवेश' : प्रवेश द्वारों से मिलेगा ब्रज की आध्यात्मिकता का अहसास
मथुरा के प्रमुख मार्गों पर भव्य प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे, जहाँ भगवान श्रीकृष्ण की छवि श्रद्धालुओं का स्वागत करेगी।

सुमित गोस्वामी
मथुरा। मथुरा आने वाले श्रद्धालुओं को अब साइन बोर्ड नहीं, बल्कि भव्य प्रवेश द्वारों की सौंदर्ययुक्त छवि से स्वागत किया जाएगा। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की लीला स्थली मथुरा से जुड़ने वाले प्रमुख मार्गों पर विशाल प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे, जो श्रद्धालुओं को ब्रज की आध्यात्मिकता का एहसास कराएंगे।
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इन प्रवेश द्वारों की डिजायन को स्वीकृति मिली। इस बैठक में परिषद के सीईओ श्याम बहादुर सिंह सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
ऐसे होंगे प्रवेश द्वार : प्रवेश द्वारों पर भगवान श्रीकृष्ण की मुरली बजाती भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी। चार मीटर ऊंचे पेड़िस्टल पर स्थापित आठ मीटर की प्रतिमा, श्रद्धालुओं को अध्यात्मिक नगरी मथुरा में प्रवेश करने का आभास कराएगी। प्रवेश स्थलों पर सोलर लाइट, हरी-भरी हरियाली और अन्य सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।
प्रवेश स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था : परिषद ने प्रवेश स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एसएसपी शैलेश पाण्डेय को निर्देशित किया है कि प्रत्येक प्रवेश द्वार पर पुलिस पिकेट की स्थापना की जाए। सुरक्षा व्यवस्थाओं का पूरा खर्च परिषद द्वारा वहन किया जाएगा।
प्रवेश द्वारों के प्रमुख स्थल
ब्रज दर्शन को आसान बनाने के लिए सात प्रमुख स्थलों पर प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे:
रेपुरा जाट: दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे 19 पर ग्वालियर रोड के निकट।
कोटवन: हरियाणा बॉर्डर पर दिल्ली-आगरा हाईवे पर।
साथनी: मथुरा-अलीगढ़ मार्ग पर।
सोनई: मथुरा-बरेली मार्ग पर।
राधाकुंड: केनाल के समीप।
वृंदावन कट: यमुना एक्सप्रेस वे से वृंदावन मार्ग पर।
लक्ष्मी नगर: मथुरा-राया मार्ग पर।
श्रद्धालुओं को मिलेगा विशेष अनुभव : प्रवेश द्वारों की भव्यता और कृष्णमय छवि श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक यात्रा की अनुभूति कराएगी। यह पहल न केवल मथुरा के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सशक्त करेगी।