श्री ठाकुर राधा किशन मंदिर में पूजन, संस्कृत भारती कार्यालय और सेवाओं का हुआ लोकार्पण

कानपुर में श्री राधाकृष्ण मंदिर में पूजन, संस्कृत भारती कार्यालय और सामाजिक सेवाओं का हुआ उद्घाटनराधा किशन मंदिर लोकार्पण

श्री ठाकुर राधा किशन मंदिर में पूजन, संस्कृत भारती कार्यालय और सेवाओं का हुआ लोकार्पण
संस्कृत भारती कार्यालय और सेवाओं का हुआ लोकार्पण

आनंदी मेल ब्यूरो

कानपुर : कानपुर के पुराना सीसामऊ पी रोड स्थित 105 वर्षीय श्री ठाकुर राधा किशन जी महाराज विराजमान मंदिर में गुरुवार को पूजन-अर्चन के साथ एक नई अध्यात्मिक और सामाजिक गतिविधियों का शुभारंभ हुआ।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख श्री स्वान्त रंजन ने मंदिर में पूजन, परिसर में पौधारोपण और संस्कृत भारती के प्रांतीय कार्यालय का उद्घाटन किया।

उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “मंदिर केवल पूजन स्थल नहीं बल्कि शक्ति, संस्कृति और संस्कार के केंद्र भी होने चाहिए। हमें न सिर्फ घर में पूजा करनी चाहिए, बल्कि मंदिर जाकर प्रतिदिन आत्मिक जुड़ाव भी बनाना चाहिए।”

मंदिर ट्रस्टी डॉ. श्याम बाबू गुप्त ने जानकारी दी कि इस मंदिर का निर्माण 1920 में बृजभूषण अवस्थी और श्रीमती सरस्वती देवी अवस्थी द्वारा कराया गया था। पहले यहाँ संस्कृत पाठशाला, आयुर्वेदिक चिकित्सालय और धर्मशाला जैसी सेवाएं संचालित होती थीं, जो समय के साथ बंद हो गईं। अब इन सेवाओं को फिर से सक्रिय किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि ऋषभ कुमार लोहिया ट्रस्ट द्वारा एक वर्ष पूर्व मंदिर परिसर में निःशुल्क होम्योपैथिक क्लीनिक की शुरुआत की गई थी। अब संस्कृत भारती कार्यालय भी आरंभ हो गया है और निकट भविष्य में यात्री सुविधाएं, महिलाओं के लिए सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटीशियन और मेंहदी प्रशिक्षण, और युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे।

यह मंदिर अब न केवल भक्ति का केंद्र, बल्कि समाज सेवा, शिक्षा और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन रहा है।