"Beyond the Badge" पॉडकास्ट में सूर्या पी. सेठी ने साझा किए महाकुंभ के अनुभव और ऊर्जा नीति पर विचार
उत्तर प्रदेश पुलिस पॉडकास्ट "Beyond the Badge" में सूर्या पी. सेठी ने महाकुंभ यात्रा और ऊर्जा नीति पर अनुभव साझा किए।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा पुलिस महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार के निर्देशानुसार "Beyond the Badge" नामक पॉडकास्ट की एक अनूठी पहल की गई है। इस पॉडकास्ट के दसवें एपिसोड में टाटा एड्मिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज और वर्ल्ड बैंक जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में सेवाएं दे चुके एवं भारत सरकार में पूर्व प्रिंसिपल एडवाइजर (पावर एंड एनर्जी) रहे श्री सूर्या पी. सेठी ने अपने अनुभव साझा किए।
श्री सेठी ने डीसीपी सेंट्रल नोएडा श्री शक्ति मोहन अवस्थी के साथ महाकुंभ भ्रमण, अपने सेवाकाल और व्यक्तिगत जीवन के प्रेरणादायक प्रसंगों पर चर्चा की। उन्होंने महाकुंभ में अनुभव की गई आध्यात्मिक ऊर्जा और वहां की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि इतने बड़े आयोजन के दौरान बिना किसी विवाद या अव्यवस्था के श्रद्धालु स्नान कर पाए, यह सराहनीय है।
उन्होंने बताया कि वह बिना किसी प्रोटोकॉल के आम श्रद्धालु की तरह यात्रा पर निकले, ट्रेन में टिकट लेकर पहुंचे और मौनी अमावस्या के दिन पवित्र स्नान किया। उनके अनुसार, भले ही भीड़ अपार थी, फिर भी व्यवस्था इतनी सुचारू थी कि किसी को कोई असुविधा नहीं हुई।
श्री सेठी ने महाकुंभ के क्राउड मैनेजमेंट, लॉ एंड ऑर्डर और ट्रैफिक मैनेजमेंट की सराहना की। उन्होंने कहा कि उन्होंने तीन दिनों में न कोई हिंसा देखी, न कोई चोरी-छिनैती, न ही कोई अनुचित व्यवहार। उन्होंने इसे विश्वस्तरीय आयोजन बताते हुए कहा कि उन्होंने 85 देशों की यात्रा की है, लेकिन महाकुंभ जैसा भव्य और व्यवस्थित आयोजन कहीं नहीं देखा।
पॉडकास्ट के दौरान उन्होंने भारत सरकार, टाटा समूह और वर्ल्ड बैंक में अपनी सेवाओं के अनुभव भी साझा किए। साथ ही, उन्होंने भारत की ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन नीति को लेकर अपने योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने आगामी कुम्भ को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
इस दौरान उन्होंने प्रयागराज में अपने बचपन के दिनों को भी याद किया और शहर में आए बदलावों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि 1971 के बाद जब उन्होंने प्रयागराज का दौरा किया, तो शहर की आधुनिक सड़कों और पुलों को देखकर वे चकित रह गए। उन्होंने ग्रेटर नोएडा में भी सुरक्षा और संरचनात्मक विकास की प्रशंसा की।
"Beyond the Badge" पॉडकास्ट के इस एपिसोड ने न केवल महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर प्रकाश डाला, बल्कि भारत की ऊर्जा नीति और सतत विकास के विषय पर भी विचार-विमर्श किया। यह एपिसोड दर्शकों को प्रेरित करने वाला और जानकारीपूर्ण साबित हुआ।