वाराणसी में मोदी का महाविकास: 3880 करोड़ की सौगात

पीएम मोदी वाराणसी में 3880 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे।

वाराणसी में मोदी का महाविकास: 3880 करोड़ की सौगात
वाराणसी में मोदी का महाविकास: 3880 करोड़ की सौगात
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वाराणसी में मोदी का महाविकास: 3880 करोड़ की सौगात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे, जहां उन्होंने 3,880 करोड़ रुपये की 44 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस महाविकास कार्य में ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है।

ग्रामीण विकास को मिली नई ऊर्जा:

ग्रामीण विकास के तहत, 130 पेयजल परियोजनाएं, 100 नए आंगनवाड़ी केंद्र, 356 पुस्तकालय, पिंडरा में एक पॉलिटेक्निक कॉलेज और एक सरकारी डिग्री कॉलेज का उद्घाटन किया गया। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं को मजबूती मिलेगी।

शहरी विकास का नया अध्याय:

शहरी विकास में शास्त्री घाट और सामने घाट पर परियोजनाओं के साथ-साथ रेलवे और वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) द्वारा किए गए विभिन्न सौंदर्यीकरण परियोजनाओं का उद्घाटन भी शामिल है।

बिजली और बुनियादी ढांचे को मजबूती:

बिजली के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए, 2,250 करोड़ रुपये की 25 परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई। इसमें 15 नए सबस्टेशन का निर्माण, नए ट्रांसफार्मर की स्थापना और 1,500 किलोमीटर नई बिजली लाइनों का बिछाना शामिल है। चौकाघाट के पास एक नया 220 केवी सबस्टेशन भी बनेगा, जिसका उद्देश्य 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना है।

एयरपोर्ट और सड़क विकास:

एयरपोर्ट के विस्तार के लिए एक सुरंग बिछाने सहित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को भी प्राथमिकता दी गई है। इसके अलावा, तीन नए फ्लाईओवर, सड़क चौड़ीकरण और स्कूल नवीनीकरण कार्य, शिवपुर और यूपी कॉलेज में दो स्टेडियमों की आधारशिला रखी गई।

रोहनिया में जनसभा:

पीएम मोदी ने रोहनिया के मेहंदीगंज में एक जनसभा को भी संबोधित किया। गर्मी और यातायात को ध्यान में रखते हुए, यह कार्यक्रम शहर की सीमा से बाहर रिंग रोड पर आयोजित किया गया, जिससे ग्रामीण आबादी को आसानी से पहुंचने में मदद मिली।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम:

प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए, छह एसपी, आठ अतिरिक्त एसपी, 33 सीओ और लगभग 4,000 पुलिस, पीएसी और अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया गया। वीआईपी मार्ग और आसपास के क्षेत्रों में सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों के माध्यम से निगरानी की गई।