प्राधिकरण का लक्ष्य न्यायिक समानता प्राप्त करना है- अपर जिला जज

प्रतापगढ़: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में तथा जिला जज अब्दुल शाहिद के निर्देशानुसार बुधवार को रानीगंज तहसील के शेखूपुर स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि अपर जिला जज एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सुमित पवार ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया।
कॉलेज के प्रधानाचार्य अशोक कुमार ने अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ, शॉल एवं स्मृति चिह्न देकर किया। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए अपर जिला जज ने इस बात पर जोर दिया कि संविधान न्यायिक समानता की वकालत करता है तथा जाति, धर्म या आर्थिक स्थिति के आधार पर किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए। उन्होंने अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने के महत्व पर प्रकाश डाला तथा बताया कि विधिक सेवा प्राधिकरण गरीब, विकलांग, बुजुर्ग, बच्चे, महिलाएं, आपदा पीड़ित, मजदूर सहित कमजोर वर्ग को निशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करता है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोई भी व्यक्ति सरकारी योजनाओं से वंचित न रहे। वैवाहिक विवाद, राजस्व मामले, बैंक ऋण विवाद, एमवी एक्ट विवाद व अन्य मामलों का समाधान मध्यस्थता व सुलह समझौते के माध्यम से कराया जाता है। जो लोग कानूनी प्रतिनिधित्व का खर्च वहन करने में असमर्थ हैं, उन्हें निशुल्क वकील मुहैया कराया जाता है। तहसील स्तर पर लीगल एड क्लीनिक में व्यक्तियों की सहायता के लिए पैरा लीगल वालंटियर (पीएलवी) नियुक्त किए गए हैं।
नायब तहसीलदार कृपाशंकर यादव ने आपदा राहत, किसानों के मुद्दे, उत्तराधिकार मामले, ईडब्ल्यूएस आय व तहसील स्तर पर निवास व जाति प्रमाण पत्र जारी करने की जानकारी साझा की। सहायक विकास अधिकारी राशिद अहमद ने ब्लॉक योजनाओं पर चर्चा की, जबकि पीएलवी दिनेश कुमार मिश्रा ने लोक अदालत, घरेलू हिंसा, बाल श्रम व मिशन शक्ति पर जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन पीएलवी अनिल पांडेय ने किया। उपस्थित लोगों में प्राधिकरण के पीएलवी, ग्राम पंचायत अधिकारी शमशुलदुहा, ग्राम प्रधान सुशीला देवी, अवधेश मिश्रा, गोरख प्रसाद शुक्ला, शिक्षक शशांक सिंह, स्वयं प्रकाश उपाध्याय, ताज मोहम्मद, राहुल तिवारी, सुशील कुमार रजक, आशा आंगनबाड़ी समूह की महिलाएं, छात्र-छात्राएं व स्थानीय ग्रामीण शामिल रहे।
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