नैनी औद्योगिक क्षेत्र में विकास कार्यों की धीमी रफ्तार पर सख्त हुए मंत्री नन्दी

नैनी औद्योगिक क्षेत्र के निरीक्षण में मंत्री नन्दी ने विकास कार्यों की धीमी रफ्तार पर जताई नाराजगी, दिए सुधार के निर्देश

नैनी औद्योगिक क्षेत्र में विकास कार्यों की धीमी रफ्तार पर सख्त हुए मंत्री नन्दी
नैनी औद्योगिक क्षेत्र में विकास कार्यों की धीमी रफ्तार पर सख्त हुए मंत्री नन्दी

(जैनुल आब्दीन)

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नन्दी' ने शुक्रवार को प्रयागराज के नैनी औद्योगिक क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया और चल रहे विकास कार्यों की स्थिति का जायज़ा लिया। उद्यमियों के साथ संवाद के बाद मंत्री ने अधिकारियों के साथ मिलकर पूरे क्षेत्र का दौरा किया, जिसमें कई कमियाँ उजागर हुईं।

निरीक्षण के दौरान मंत्री ने देखा कि कई नाले-नालियाँ जमकर गंदगी से जाम थीं, जिससे जलनिकासी की व्यवस्था प्रभावित हो रही है। उन्होंने इस पर कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को बरसात के पूर्व सभी नालियों की मरम्मत और सफाई कार्य तेजी से कराने के निर्देश दिए।

गेट नंबर एक के पास हो रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी मंत्री की पैनी नजर रही। उन्होंने निर्माण सामग्री की जांच की और स्पष्ट शब्दों में कहा कि कार्य में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने समयसीमा के भीतर निर्माण पूरा करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।

उद्यमियों ने मंत्री के समक्ष यह मुद्दा भी उठाया कि जलनिकासी की व्यवस्था खराब होने के कारण बरसात के समय पूरा औद्योगिक क्षेत्र जलभराव का शिकार हो जाता है। इस पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री ने कई स्थानों पर निरीक्षण कर बंद पड़ी नालियों की पहचान की और मरम्मत का आदेश जारी किया।

मंत्री ने गेट नंबर एक के पास वर्षों से निष्क्रिय पड़ी दुकानों को तत्काल ध्वस्त करने का निर्देश भी मौके पर ही जारी कर दिया। साथ ही, सिंचाई विभाग को दी गई खाली भूमि को वापस लेकर उसके समुचित उपयोग की योजना बनाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।

पार्कों की बदहाल स्थिति पर भी मंत्री ने चिंता जताई और कहा कि सौंदर्यकरण के अभाव में औद्योगिक क्षेत्र की छवि प्रभावित होती है। उन्होंने पार्कों की सफाई, पेड़-पौधों की देखभाल और आकर्षक लैंडस्केपिंग के कार्य को प्राथमिकता से कराने का आदेश दिया।

मंत्री नन्दी ने कहा कि, “औद्योगिक क्षेत्र का व्यवस्थित और स्वच्छ वातावरण उद्यमियों को सकारात्मक ऊर्जा देता है। जलनिकासी, सौंदर्यकरण और बुनियादी ढांचे में सुधार से ही औद्योगिक विकास संभव है।”

निरीक्षण के दौरान मंत्री के साथ स्थानीय अधिकारीगण, उद्यमी प्रतिनिधि और संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे। यह निरीक्षण न सिर्फ प्रशासन की कार्यशैली पर एक स्पष्ट संदेश है, बल्कि उद्यमियों की समस्याओं को प्राथमिकता देने की दिशा में उठाया गया ठोस कदम भी है।