इफको अधिकारियों-कर्मचारियों और स्थानीय जनता ने मिलाया कदम, पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
इफको फूलपुर द्वारा आयोजित ‘रन फॉर एनवायरनमेंट’ में अधिकारियों, कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने पर्यावरण के लिए दिखाई एकजुटता।

प्रयागराज। इफको फूलपुर इकाई द्वारा पर्यावरण सप्ताह-2025 के अवसर पर ‘रन फॉर एनवायरनमेंट’ नामक एक प्रेरणादायक जनजागरूकता दौड़ का आयोजन किया गया, जिसमें इफको के वरिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारियों, महिलाओं, बच्चों और घियानगर क्षेत्र के नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण के संदेश को आमजन तक पहुँचाने और हरित जीवन को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक सराहनीय पहल रहा।
दौड़ की शुरुआत इफको फूलपुर के गेट नंबर-4 से हुई और यह पूरे घियानगर क्षेत्र में संपन्न हुई। कार्यकारी निदेशक (तकनीकी) संजय वैश्य ने फीता काटकर दौड़ का शुभारंभ किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “इफको केवल औद्योगिक विकास में नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी निभाने में भी अग्रणी है। यह दौड़ पर्यावरण संरक्षण के लिए हमारे संकल्प की सार्वजनिक अभिव्यक्ति है।”
इस आयोजन में इफको के वरिष्ठ अधिकारियों की भागीदारी उल्लेखनीय रही। इसमें स्वयं प्रकाश, महामंत्री - इफको ऑफिसर्स एसोसिएशन; पंकज पांडेय, अध्यक्ष - इफको इम्प्लाइज संघ; ए.पी. राजेन्द्रन, वरिष्ठ महाप्रबंधक (नैनो); पी.के. पटेल, महाप्रबंधक (इलेक्ट्रिकल); रत्नेश कुमार, महाप्रबंधक (तकनीकी); तथा ए.के. गुप्ता, संयुक्त महाप्रबंधक (अमोनिया) विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समन्वयन इफको पर्यावरण विभाग से उमेश कुमार ने किया, जिनके साथ मनोज कुमार, विवेक यादव और सुरेश यादव की टीम ने आयोजन को सफल बनाया। दौड़ में ‘धरती बचाओ, पेड़ लगाओ’, ‘स्वच्छ पर्यावरण, स्वस्थ जीवन’ जैसे नारों के साथ प्रतिभागियों ने पूरे वातावरण को उत्साह और प्रेरणा से भर दिया।
कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र, पौधे और पर्यावरण-संवर्धन से जुड़े उपहार भेंट किए गए। इसके साथ ही घियानगर परिसर में सामूहिक वृक्षारोपण का आयोजन कर सभी ने धरती को हराभरा रखने का संकल्प दोहराया।
इफको फूलपुर द्वारा यह आयोजन पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी को दर्शाता है, जिसमें समुदाय की भागीदारी भी सुनिश्चित की गई। इस अभियान ने साबित किया कि जब समाज, उद्योग और प्रशासन एक साथ कदम से कदम मिलाते हैं, तो स्थायी विकास और स्वच्छ पर्यावरण का सपना साकार हो सकता है।
यह आयोजन न केवल एक दौड़ था, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के संकल्प की एक जीवंत मिसाल बन गया, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा।