विश्नोई सेवा समिति ने किया पौधारोपण, बिश्नोई परंपरा का किया स्मरण
श्री विश्नोई सेवा समिति ने पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण कर बिश्नोई समाज की हरियाली परंपरा को सजीव किया

कानपुर। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर श्री विश्नोई सेवा समिति, रजिस्टर्ड कानपुर द्वारा स्वर्गीय गोविंद विश्नोई पार्क, गीता नगर में वार्षिक पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन न केवल वृक्षारोपण तक सीमित रहा, बल्कि बिश्नोई समाज की हरियाली और पर्यावरण संरक्षण परंपरा को सजीव करने का भी माध्यम बना।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक श्री सलिल विश्नोई ने वृक्षारोपण के दौरान समाज के महान बलिदानों की याद दिलाते हुए गुरु जंभेश्वर महाराज को नमन किया। उन्होंने अमृता देवी बिश्नोई और उनके साथ 363 बिश्नोई पुरुषों व महिलाओं के उस बलिदान का उल्लेख किया, जिन्होंने पेड़ों को कटने से बचाने के लिए गर्दन कटवाने तक का साहसिक कदम उठाया था।
श्री विश्नोई सेवा समिति के अध्यक्ष श्री अविनाश बिश्नोई ने बताया कि यह वार्षिक कार्यक्रम समिति की हरियाली और पर्यावरण जागरूकता को समर्पित है। इस बार विभिन्न प्रजातियों के पौधों का रोपण किया गया, जिनमें नीम, पीपल, अमलतास और आंवला जैसे पर्यावरण शुद्ध करने वाले वृक्ष प्रमुख रहे।
समिति के महामंत्री श्री अमित चंद्र बिश्नोई और कोषाध्यक्ष श्री संजीव गुप्ता ने कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की तथा सभी सदस्यों को सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया। धर्मशाला प्रबंधक संदीप गुप्ता, ममता बिश्नोई, सुरेंद्र कुमार गुप्ता, अनूप बिश्नोई, राहुल बिश्नोई, दीप कुमार विश्नोई, प्रेमनाथ बिश्नोई और राजेंद्र कुमार बिश्नोई समेत बिश्नोई समाज के अनेक गणमान्य सदस्य इस आयोजन में उपस्थित रहे।
विधायक सलिल विश्नोई ने कहा, “बिश्नोई समाज ने इतिहास में यह प्रमाणित किया है कि वृक्षों की रक्षा केवल नारा नहीं, जीवन का ध्येय होना चाहिए। आज के पर्यावरणीय संकटों के बीच बिश्नोई समाज का यह संदेश अत्यंत प्रासंगिक है।”
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित सदस्यों को पौधों के संरक्षण का संकल्प दिलाया गया। समिति ने यह भी घोषणा की कि आने वाले समय में और भी स्थानों पर वृक्षारोपण अभियान चलाए जाएंगे।
यह आयोजन सिर्फ एक पौधारोपण नहीं, बल्कि पर्यावरण के प्रति सामाजिक जिम्मेदारी और बिश्नोई परंपरा की जीवंत प्रेरणा का प्रतीक बनकर उभरा है।