इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पर्यावरण दिवस पर पौधरोपण, प्लास्टिक फ्री कैंपस का लिया संकल्प

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पर्यावरण दिवस पर पौधरोपण कर प्लास्टिक मुक्त परिसर बनाने की दिशा में कदम उठाए गए

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पर्यावरण दिवस पर पौधरोपण, प्लास्टिक फ्री कैंपस का लिया संकल्प
प्लास्टिक फ्री कैंपस का लिया संकल्प

प्रयागराज। विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने गुरुवार को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए वृहद पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय के संपत्ति कार्यालय के तत्वावधान में “स्वच्छ परिसर – हराभरा परिसर” की अवधारणा के साथ किया गया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. आशीष खरे की अध्यक्षता में ईश्वर टोपा कॉम्प्लेक्स के लॉन में पौधे लगाए गए। इस अभियान में परीक्षा नियंत्रक अशोक कुमार कन्नौजिया, संयुक्त कुलसचिव संजय उपाध्याय, वित्त अधिकारी डॉ. हिमांशु श्रीवास्तव, प्रो. शिव प्रसाद शुक्ला और संपत्ति अधिकारी राजीव मिश्र ने सक्रिय भागीदारी निभाई। साथ ही सहायक कुलसचिव अमित तिवारी, आशीष पांडेय, अजय कुमार सिंह और निखिल आनंद श्रीवास्तव ने भी पौधरोपण में हिस्सा लिया।

कुलसचिव प्रो. आशीष खरे ने पौधरोपण के उपरांत कहा कि यह आयोजन कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की प्रेरणा से किया गया है, जिन्होंने विश्वविद्यालय को हरित और प्लास्टिक मुक्त परिसर बनाने का विजन प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा, “ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन के चलते वातावरण में असंतुलन आ रहा है। यदि हम अभी भी नहीं जागे तो भविष्य में पृथ्वी पर जीवन संकट में पड़ सकता है। हमें अपनी अगली पीढ़ियों के लिए हरियाली और स्वच्छ पर्यावरण का उत्तराधिकार छोड़ना होगा।”

कुलसचिव ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्लास्टिक मुक्त परिसर की दिशा में कई पहल की हैं और अब सभी विभागों को पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है।

कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों जैसे भूगोल विभाग, मध्यकालीन इतिहास विभाग और आधुनिक इतिहास विभाग में भी पौधरोपण किया गया। इन विभागों के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने मिलकर परिसर को हराभरा बनाने का संकल्प लिया।

उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय द्वारा लगाए गए पौधों में नीम, पीपल, अमलतास और मौलश्री जैसे पर्यावरण के लिए लाभकारी पौधे प्रमुख रहे। इससे न केवल परिसर की सुंदरता में वृद्धि होगी, बल्कि वातावरण भी शुद्ध होगा।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थी मौजूद रहे, जिनमें पर्यावरण संरक्षण के प्रति गहरी जागरूकता देखी गई। सभी ने मिलकर यह संदेश दिया कि पर्यावरण की रक्षा केवल सरकार की नहीं, बल्कि समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय का यह अभियान न केवल शैक्षिक प्रतिष्ठान के सामाजिक उत्तरदायित्व को दर्शाता है, बल्कि छात्रों और समाज को भी प्रकृति के संरक्षण की ओर जागरूक करने में मददगार सिद्ध होगा।