अयोध्या के नवागत डीएम निखिल टीकाराम का अधिवक्ताओं ने किया गर्मजोशी से स्वागत
अयोध्या में नवनियुक्त डीएम निखिल टीकाराम का अधिवक्ताओं ने स्वागत कर न्यायिक सहयोग का संकल्प दोहराया

अयोध्या: अयोध्या जनपद में नवनियुक्त जिला अधिकारी श्री निखिल टीकाराम के आगमन पर अधिवक्ता समुदाय ने हर्षोल्लास के साथ उनका स्वागत किया। फैजाबाद बार एसोसिएशन अयोध्या के कोसा अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार मिश्रा के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में बुके भेंट कर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर जनपद में न्याय और प्रशासनिक समन्वय को और बेहतर बनाने पर जोर दिया गया।
इस स्वागत समारोह में जनपद के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रयाग दत्त पांडे, डीपी मिश्रा, लोकेंद्र स्वरूप यादव, अवध बिहारी, अमरीश मिश्रा, श्याम सिंह सैनी, विकास सिंह सहित कई गणमान्य अधिवक्ता उपस्थित रहे। सभी ने एकमत होकर न्याय संगत प्रशासनिक कार्यों के संचालन के लिए प्रशासन और अधिवक्ताओं के बीच सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
श्री निखिल टीकाराम, जिन्होंने हाल ही में अयोध्या जनपद में जिला अधिकारी के रूप में कार्यभार संभाला है, ने अधिवक्ताओं के इस स्वागत और समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि “किसी भी जिले का समुचित विकास और न्यायिक व्यवस्था तभी प्रभावी हो सकती है जब अधिवक्ता एवं प्रशासन एकजुट होकर जनहित में कार्य करें। मैं इस जनपद की न्याय प्रणाली को पारदर्शी और संवेदनशील बनाने के लिए अधिवक्ताओं के सहयोग का पूर्ण समर्थन करता हूं।”
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मिश्रा ने कहा, “डीएम निखिल टीकाराम जैसे ऊर्जावान और कर्मठ अधिकारी के आगमन से जनपद को एक नई दिशा मिलेगी। हम आशा करते हैं कि अधिवक्ताओं और प्रशासन के बीच सामंजस्य और बेहतर तालमेल से जनहित के मामलों का त्वरित निस्तारण होगा।”
अधिवक्ताओं ने विभिन्न प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा की और कचहरी परिसर में बुनियादी सुविधाओं के सुधार की आवश्यकता को भी प्रमुखता से उठाया। कलेक्ट्रेट और न्यायिक परिसर में शुद्ध पेयजल, स्वच्छता, और बैठने की बेहतर व्यवस्था जैसी समस्याओं पर भी विचार विमर्श हुआ।
यह कार्यक्रम न केवल एक औपचारिक स्वागत समारोह था, बल्कि एक संवाद की शुरुआत भी थी, जिसमें अधिवक्ता और प्रशासन ने भविष्य में समन्वित रूप से कार्य करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। अयोध्या जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जनपद में प्रशासनिक और न्यायिक तालमेल से जनता को न्याय सुलभ और समयबद्ध रूप से उपलब्ध कराना मुख्य उद्देश्य के रूप में उभरा।
यह आयोजन इस बात का प्रतीक बन गया है कि जनपद में पारदर्शी और संवेदनशील शासन व्यवस्था की ओर एक सशक्त कदम उठाया गया है।