नई दिल्ली में आयोजित प्रथम बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन संपन्न हुआ
विदेश मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में प्रथम बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया।
नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में आयोजित पहला बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन गुरुवार को संपन्न हो गया। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सहयोग से आयोजित इस तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन में सभी सात सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के 300 से अधिक प्रमुख हितधारकों ने भाग लिया।
बहुक्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग (बिम्सटेक) व्यापार शिखर सम्मेलन के उद्घाटन संस्करण में अपने संबोधन में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि बिम्सटेक सदस्यों को व्यापार वार्ता के संबंध में सदस्य देशों की प्राथमिकताओं की पुनः जांच करनी चाहिए, ताकि विलंबित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को अंतिम रूप दिया जा सके।
आधिकारिक बयान के अनुसार, केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि बिम्सटेक मुक्त व्यापार समझौते में देरी के कारणों का पुनर्मूल्यांकन करने की आवश्यकता है। सदस्यों को ठोस सिफारिशें करने की आवश्यकता है जो सभी सात देशों को स्वीकार्य हों। उन्होंने व्यापार वार्ता समिति और व्यापार समुदाय से अंतर-क्षेत्रीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए तरजीही व्यापार समझौते पर विचार करने का आह्वान किया।
बिम्सटेक दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के देशों का एक समूह है - भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान और नेपाल, म्यांमार, थाईलैंड। इसका उद्देश्य सदस्य देशों के बीच मजबूत व्यापार और निवेश संबंधों के माध्यम से अधिक क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है।
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