श्रीमद्भागवत कथा में भक्तों को मिला भक्ति का अमृत, डॉ. शैल बिहारी दास ने बताए जीवन के उद्देश्य
हापुड़ में श्रीमद्भागवत कथा के दौरान डॉ. शैल बिहारी दास ने बताया कि भागवत कथा सुनने वालों का सदैव कल्याण होता है।

हापुड़: नगर के जवाहर गंज में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन श्रद्धालु भक्तिमय माहौल में डूबे नजर आए। शुक्रवार को श्रीधाम वृंदावन के प्रमुख व कथा वाचक डॉ. शैल बिहारी दास जी महाराज ने कथा में भगवान श्रीकृष्ण की महिमा का बखान किया। उन्होंने कहा कि जब कोई भागवत कथा श्रवण करता है, तो मानो स्वयं श्रीकृष्ण उनसे मिलने आते हैं।
डॉ. दास ने कहा कि भागवत कथा जाति, धर्म या मजहब नहीं देखती। यह हर श्रद्धालु को उसका मनवांछित फल देती है। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति कथा को सुनने प्यासे मन से आता है, वह ज्ञान और मोक्ष दोनों ही प्राप्त करता है।
कथा के दौरान डॉ. शैल बिहारी दास ने मानव जीवन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मनुष्य को भौतिक सुख-सुविधाओं के पीछे नहीं भागना चाहिए। उन्होंने कहा, "मानव जीवन हमें विषय भोग के लिए नहीं, बल्कि भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति के लिए मिला है। यदि हम दृढ़ निश्चय कर लें कि जीवन में हमें कृष्ण को पाना है, तो इससे बड़ा सुख और कोई नहीं।"
डॉ. दास ने यह भी बताया कि जीवन में हर व्यक्ति को श्रीकृष्ण की प्राप्ति के उद्देश्य से जीना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग इस उद्देश्य को लेकर कथा सुनते हैं, उनका जीवन सफल हो जाता है।
कथा का संचालन डॉ. राकेश अग्रवाल ने किया। इस दौरान कई श्रद्धालु गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इनमें आचार्य अतुल पांडेय, आचार्य अनुज मिश्रा, डॉ. सुमन अग्रवाल, विशाल अग्रवाल (एडवोकेट), भावना अग्रवाल, सुरेश गुप्ता, अंकित गुप्ता, सरिता गुप्ता और प्रतिष्ठा गुप्ता आदि शामिल थे।