सावित्रीबाई फुले नारी संघ ने बेटियों के साथ युवा दिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन
जन शिक्षण केंद्र के तत्वाधान में सावित्रीबाई फुले नारी संघ ने जलालपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायतों में युवा दिवस विचार गोष्ठी का आयोजन किया।

आनंदी मेल संवाददाता
अंबेडकरनगर। जन शिक्षण केंद्र के ग्रामीण महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के अंतर्गत जलालपुर ब्लॉक की छह ग्राम पंचायतों में सावित्रीबाई फुले नारी संघ द्वारा बेटियों के साथ युवा दिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सुरुहुरपुर, रुदौली माफी, रुदौली अदाई, आजनपारा, गुवापकड़, भस्मा पंचायतों में आयोजित हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत नारी संघ की अग्रणी सदस्यों गीता, उर्मिला और पूनम ने स्वामी विवेकानंद के प्रसिद्ध कथन "संघर्ष जितना कठिन होगा, जीत उतनी शानदार होगी" से की।
युवाओं को प्रेरित करते हुए दिए गए स्वामी विवेकानंद के विचार
इस अवसर पर सामुदायिक कार्यकर्ता पुनीता ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, "स्वामी विवेकानंद भारत के युवाओं को देश के गौरवशाली अतीत और भव्य भविष्य की मजबूत कड़ी मानते थे। उनका कहना था कि हर व्यक्ति के भीतर असीम शक्ति होती है। आवश्यकता है उस शक्ति के आह्वान की।" उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के आदर्श आज भी युवाओं को असंभव को संभव बनाने की प्रेरणा देते हैं।
जन शिक्षण केंद्र की सचिव पुष्पा पाल ने कहा, "स्वामी विवेकानंद के विचार करोड़ों युवाओं को प्रेरित करते हैं। उनके एक-एक शब्द में जोश और ऊर्जा होती है। यही वजह है कि उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत सरकार ने वर्ष 1985 से 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की।"
किशोरी समूह की लीडर ने स्वामी विवेकानंद को बताया प्रेरणास्त्रोत
कार्यक्रम में किशोरी समूह की लीडर गर्ल आइकॉन नैना ने कहा, "स्वामी विवेकानंद के मन में कभी डर नहीं था। वे हर बंधन से मुक्त थे। उनका कहना था कि हमें लोहे जैसी मांसपेशियां और फौलाद जैसे स्नायु चाहिए, ताकि हम अपने लक्ष्य को हासिल कर सकें। उनका संदेश 'उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए' आज भी हर युवा के लिए प्रेरणास्त्रोत है।"
दो दर्जन से अधिक युवाओं ने किया प्रतिभाग
इस कार्यक्रम में नारी संघ की सदस्य इंद्रावती, सरिता, पूनम, निर्मला के साथ राधा, नैना, कुमकुम, गुंजन, रिंका, मधु, उजाला, सोनिका सहित दो दर्जन से अधिक युवाओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम का समापन स्वामी विवेकानंद के प्रसिद्ध आदर्श वाक्य "तुम ही परमात्मा हो" के उद्घोष और "युवा समूह जिंदाबाद" तथा "किशोरी समूह जिंदाबाद" के नारों के साथ किया गया।
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