"डा. सुधाकर पांडेय अवार्ड 2025: आरिफ अंसारी सहित चार विभूतियों को मिला सम्मान"
गुफ्तगू कार्यकारिणी ने आरिफ अंसारी समेत चार साहित्यिक हस्तियों को डा. सुधाकर पांडेय अवार्ड 2025 से नवाजा

प्रयागराज : साहित्य, समाज और सांस्कृतिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्तित्वों को सम्मानित करने के उद्देश्य से गठित गुफ्तगू कार्यकारिणी ने वर्ष 2025 के डा. सुधाकर पांडेय अवार्ड के लिए चार विभूतियों का चयन किया है। इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए मोहम्मद आरिफ अंसारी (प्रयागराज) का नाम प्रमुख रूप से सामने आया है, जिन्होंने साहित्यिक, सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में लगातार सकारात्मक योगदान दिया है।
इसके अतिरिक्त, इस वर्ष विनय राय बबूरंग (गाज़ीपुर), अलीशेर राईनी भोलू (दिलदानगर) और संतोष कुमार शर्मा (ज़मानिया) को भी उनके-अपने क्षेत्रों में अनुकरणीय कार्यों के लिए चुना गया है।
गुफ्तगू संस्था के प्रतिनिधियों ने बताया कि चयन प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और कार्यों पर आधारित थी। आरिफ अंसारी को यह सम्मान उनके निरंतर साहित्यिक लेखन, सांस्कृतिक आयोजनों में सक्रिय सहभागिता और समाज के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण के लिए दिया जा रहा है।
डा. सुधाकर पांडेय अवार्ड का उद्देश्य उन लोगों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है जो न केवल अपने क्षेत्र में कार्यरत हैं, बल्कि समाज में रचनात्मकता और विचारशीलता का संचार कर रहे हैं। यह पुरस्कार न केवल एक मान्यता है, बल्कि एक प्रेरणा है उन तमाम युवाओं के लिए जो साहित्य और समाज सेवा से जुड़े क्षेत्र में कुछ विशेष करना चाहते हैं।
आरिफ अंसारी ने इस सम्मान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
"यह पुरस्कार मेरे लिए न केवल एक सम्मान है, बल्कि एक ज़िम्मेदारी भी है कि मैं समाज और साहित्य के प्रति और भी निष्ठा से कार्य करूं।"
गुफ्तगू संस्था के आगामी कार्यक्रम में इन सभी चारों विभूतियों को आधिकारिक रूप से सम्मानित किया जाएगा, जिसमें देश भर से साहित्यकार, सामाजिक कार्यकर्ता, और पत्रकार शामिल होंगे।
इस सम्मान समारोह से न केवल साहित्यिक समाज में नवचेतना का संचार होगा, बल्कि क्षेत्रीय प्रतिभाओं को भी मंच और पहचान मिलने की संभावनाएं बढ़ेंगी।