"हरियाली और संरक्षण: अंबेडकर नगर में वृक्षारोपण व पर्यावरणीय समीक्षा बैठक"
Ambedkar Nagar में वृक्षारोपण, वन भूमि और प्लास्टिक प्रबंधन को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।

अंबेडकर नगर : जिले में पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में जिला वृक्षा रोपण समिति, अमलदरामद वन भूमि समिति और जिला आर्द्रभूमि समिति की संयुक्त समीक्षा की गई।
बैठक में आगामी वृक्षारोपण अभियान 2025 की रूपरेखा पर चर्चा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सभी संबंधित विभाग अग्रिम मृदा कार्य, गड्ढा खुदाई, पौध वितरण और नोडल अधिकारियों की तैनाती समय पर सुनिश्चित करें। इस वर्ष का वृक्षारोपण अधिक व्यवस्थित और परिणाममुखी हो, इसके लिए ब्लॉक और ग्राम स्तर तक योजना को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने की आवश्यकता है।
मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला एवं डीएफओ डॉ. उमेश तिवारी ने भी अपने विभागीय प्रेजेंटेशन के माध्यम से तैयारियों की जानकारी दी। डीएफओ ने बताया कि इस बार स्थानीय प्रजातियों जैसे पीपल, नीम, अर्जुन और बड़ के वृक्षों को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे पर्यावरणीय संतुलन के साथ-साथ स्थानीय जैव विविधता को भी संबल मिलेगा।
बैठक में भारत सरकार द्वारा अधिसूचित प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन संशोधन नियम 2021 के प्रभावी क्रियान्वयन पर भी चर्चा हुई। 1 जुलाई 2022 से लागू सिंगल यूज प्लास्टिक (SUP) प्रतिबंध के अनुपालन की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में प्लास्टिक मुक्त वातावरण के लिए जन जागरूकता अभियानों को और मजबूत किया जाएगा और उल्लंघनकर्ताओं पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अमलदरामद वन भूमि से संबंधित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए अनुपम शुक्ला ने राजस्व और वन विभाग को आपसी समन्वय के साथ लंबित मामलों को प्राथमिकता पर निस्तारित करने के निर्देश दिए। साथ ही जिला आर्द्रभूमि समिति के अंतर्गत संरक्षित जल निकायों के संरक्षण, जैवविविधता विकास और स्थानीय सहभागिता बढ़ाने की दिशा में कार्य योजना तैयार करने को कहा गया।
बैठक में जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारी, वन विभाग के कर्मचारी, एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। यह बैठक पर्यावरणीय नीतियों के क्रियान्वयन और हरित अभियान की वास्तविक प्रगति की दिशा में एक सशक्त कदम मानी जा रही है।