मोदी इज़ द बाॅस - विपक्षी कहे ‘‘ मिले सुर मेरा तुम्हारा ...
modi is the boss

भारत के प्रधानमंत्री के जन्मदिवस 17 सितम्बर पर विशेष
हम अपने आपको चाटुकार , अंधभक्त , भविष्यवक्ता या राजनीतिज्ञ विशेषज्ञ का वहम न पालते हुए अपनी बात फिर से जुबा पर ला रहे हैं कि 2024 के लोक सभा चुनाव का परिणाम वही होगा जो आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ( एंथोनी अल्बानीज़ ) ने कहा कि ‘‘ मोदी इज़ द बाॅस ‘‘ ।
इसलिए विपक्षी नेताओं को सलाह देते हैं कि काहे को भीषण गर्मी में अपना पसीना बहाकर काहे ऐसा सपना देखरहे हो जो सम्भव ही नहीं है । वैसे मंदोदरी आंटी ने ( रावण की महेरिया) कहा है कि ‘‘बयरू कीजै ताही सो बुद्धि बल सकिय जीति जाही सो ‘‘ अर्थात् बैर उसी से करना चाहिए जिसे बुद्धि और बल दोनो से जीता जा सके । इसके पीछे हमारी मंशा विपक्षी नेता को हतोत्साही करने की नहीं है । नितीश कुमार , शरद पवार , ममता बनर्जी , अरविन्द केजरीवाल , के.सी. आर. और अपने राहुल भइया सब अपने -अपने कागज में अपना समीकरण बना रहे हैं वैसे ही जैसे शतरंज में हाथी , घोड़े ,पैदल , ऊंट आदि दौड़ते हैं वैसे ही कहीं खुद व कहीं अपने सिपहसालारों को भेज कर अपनी मंशा जाहिर कर रहे हैं मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सूर बने हमारा । इन महान लोगों में हमें तो कोई एक गुण भी नहीं दिखता जो मोदी में है
इसमें हमने छुटकौओ नेता जैसे तेजस्वी , अखिलेश , स्टालिन के नाम नहीं शामिल किया है काहे के लिए ई लोग कहीन हैं कि पहिले गद्दी मोदी से छिने तो वहिके बाद कमाई केर हिस्सेदारी की जईहे । जैसे अखिलेश यादव टोटी मंत्रालय पर अपनी सहमती दे देंगें ,तेजस्वी यादव शापिंग माॅल मंत्रालय पर अपनी सहमती दे देंगें , स्टालिन टेलीकाॅम मंत्रालय पर अपनी सहमती दे देंगें क्योंकि इस मंत्रालय पर उनका खानदानी अनुभव है ं। हमें हमारी समझ से परे हैकि ये लोग काहे बीजू पटनायक के योग्य बेटे जो 20 साल से ओडिशा के मुख्यमंत्री हैं नवीन पटनायक को अपने कुटुम्ब में काहे शामिल नाहीं कर रहे हैं काहे के वो भी तो बी. जे. पी. विरोधी हैं पर ये भी हो सकता है कि इन लोगों ने तो अपना सुर नवीन बाबू से मिलाने के लिए कहा होगा लेकिन उन्होने इन लोगो के दागदार चेहरे को अपने आईने में देखने को कह दिया होगा और यही मारे ये लोग उससे कन्नी काट रहे होगें यही नहीं उन्ने कहा होगा कि तुम सबहिन से दोस्ती करेका मतलब होयगा कि हमरा चेहरा भी दागदार है औउर काहे के हम आपन काम ईमानदारी से करत हैं तबहिन तो मोदी जी भी हमसे सीधे पंगा नाहीं न लेवत हैं उइ न हमरे काम में अड़ंगा लगावत हैं औउर न हम उनके काम में अड़ंगा लगावत हैं जैसे - सूर सूर तुलसी शशि .....
अखिल सावंत
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