किसानों के लिए शुरू हुआ ‘ऋण से समृद्धि’ सप्ताह

भारतीय स्टेट बैंक ने कृषि ऋण जागरूकता सप्ताह शुरू किया, किसानों को मिलेगा क्रेडिट कार्ड और योजनाओं की जानकारी

किसानों के लिए शुरू हुआ ‘ऋण से समृद्धि’ सप्ताह
किसानों के लिए शुरू हुआ ‘ऋण से समृद्धि’ सप्ताह

लखनऊ। भारतीय स्टेट बैंक (SBI), लखनऊ मंडल ने ग्रामीण भारत की कृषि अर्थव्यवस्था को सशक्त करने की दिशा में एक और ठोस कदम उठाते हुए “कृषि ऋण जागरूकता सप्ताह” की शुरुआत की है। यह राष्ट्रव्यापी अभियान 13 जून 2025 तक चलेगा, जिसका उद्घाटन बैंक के स्थानीय प्रधान कार्यालय में एक सादे किन्तु प्रेरणादायक समारोह में हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ बैंक के मुख्य महाप्रबंधक दीपक कुमार दे के मार्गदर्शन में किया गया। इस अवसर पर महाप्रबंधक अनिल कुमार (नेटवर्क 1), राजीव कुमार (नेटवर्क 2), कौशलेन्द्र कुमार (नेटवर्क 3), गुरप्रीत कौर (उपमहाप्रबंधक कृषि), धीरज कुमार (उपमहाप्रबंधक, लखनऊ पश्चिम) और राघवेन्द्र कुमार (उपमहाप्रबंधक, लखनऊ पूर्व) ने दो डिजिटल एवं ऑडियो प्रचार वैनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इन वैनों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को कृषि उत्पादों, ऋण सुविधाओं, सरकारी योजनाओं तथा किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के समय पर नवीकरण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी जाएँगी। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को कृषि संबंधी वित्तीय विकल्पों के प्रति सजग बनाना और बैंकिंग सेवाओं से जोड़ना है।

'जानो, समझो, बढ़ो' कार्यक्रम के अंतर्गत, यह अभियान किसानों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्य करेगा। इसमें किसानों को बताया जाएगा कि वे किस प्रकार आसानी से ऋण प्राप्त कर सकते हैं, तथा बैंकों की किन सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। इसके अतिरिक्त प्राकृतिक आपदा या अन्य आपातकालीन परिस्थितियों में ऋण पुनर्निर्धारण की प्रक्रिया पर भी प्रकाश डाला जाएगा।

बैंक के अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान केवल जानकारी तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि ऑन-फील्ड संपर्क और परामर्श के ज़रिए किसान सीधे विशेषज्ञों से संवाद भी कर सकेंगे। साथ ही मोबाइल वैन के जरिये दूरदराज के गांवों तक पहुंच बनाई जाएगी, जहाँ किसान सामान्यतः बैंकिंग सेवाओं से वंचित रहते हैं।

इस जागरूकता सप्ताह के दौरान विशेष रूप से महिलाओं, छोटे और सीमांत किसानों को लक्षित किया गया है, ताकि वे भी वित्तीय रूप से सशक्त बन सकें। कार्यक्रम का एक और प्रमुख पहलू डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना है, जिससे किसान अपने मोबाइल के माध्यम से बैंकिंग सेवाओं का लाभ आसानी से उठा सकें।

भारतीय स्टेट बैंक ने सभी किसानों से अपील की है कि वे इस अभियान का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और अपने कृषि भविष्य को सुरक्षित बनाएं। बैंक का उद्देश्य केवल ऋण देना नहीं, बल्कि किसानों को उनके अधिकारों और विकल्पों के प्रति जागरूक करना भी है।