मोदी सरकार कर रही अंबेडकर के सपनों को साकार: सांसद भोले ने बताई योजनाओं की दिशा
सांसद भोले बोले, मोदी सरकार अंबेडकर के विचारों को धरातल पर उतारने के लिए लगातार कर रही कार्य।

(संजय शुक्ला)
अपने संबोधन में सांसद भोले ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने भारत को न केवल एक मजबूत संविधान दिया, बल्कि समाज के वंचित और पिछड़े वर्गों को जागरूक कर उन्हें नई दिशा प्रदान की। उन्होंने समानता और न्याय के लिए जो संघर्ष किया, वह आज भी प्रेरणास्रोत है।
भोले ने केंद्र की मोदी सरकार की योजनाओं को बाबा साहब के विचारों से जोड़ते हुए कहा कि जनधन योजना से आर्थिक समावेशन, उज्ज्वला योजना से महिलाओं का सशक्तिकरण, आयुष्मान भारत से स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और पीएम विश्वकर्मा योजना से पारंपरिक कारीगरों को प्रोत्साहन—ये सभी प्रयास अंबेडकर के सपनों को साकार कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अंबेडकर से जुड़े पांच स्थलों को “पंचतीर्थ” के रूप में विकसित किया गया है, जिनमें महू (जन्मस्थल), नागपुर (दीक्षा भूमि), लंदन (शिक्षा भूमि), दिल्ली (महापरिनिर्वाण स्थल) और मुंबई (चैत्यभूमि) शामिल हैं। ये स्थल आज सामाजिक न्याय और प्रेरणा के केंद्र बन चुके हैं।
भोले ने विशेष रूप से दिल्ली स्थित अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र की चर्चा की, जिसे एक विचार-मंच के रूप में स्थापित किया गया है और जहां बाबा साहब की सोच और सिद्धांतों पर संवाद और शोध को बढ़ावा दिया जा रहा है।
विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए सांसद भोले ने कहा कि आज जो नेता बाबा साहब का नाम लेकर राजनीति कर रहे हैं, वही पहले उनके विचारों के विरोधी रहे हैं। उन्होंने भाजपा को बाबा साहब की सच्ची अनुयायी पार्टी बताते हुए कहा कि हमारे लिए अंबेडकर केवल एक नाम नहीं, बल्कि एक दर्शन और सम्मान का विषय हैं।
समारोह में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता, स्थानीय नेता और आम जनमानस मौजूद रहा। लोगों ने डॉ. अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर सामाजिक समरसता और समानता के मूल्यों को अपनाने की अपील भी की गई, ताकि भारत को सही मायनों में एक समावेशी और न्यायपूर्ण राष्ट्र बनाया जा सके।